नई दिल्ली : भारत ने इस्रायल से 3,200 करोड़ रुपये के सौदे में 8,356 स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और 321 लांचर खरीदने का निर्णय किया और अमेरिका की जेवलिन मिसाइलों की पेशकश ठुकरा दी। अमेरिका अपनी मिसाइलों के लिए जबरदस्त लाबिंग कर रहा था।


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रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अगुवाई वाली रक्षा खरीद परिषद की दो घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक के बाद यह निर्णय किया गया। बैठक में रक्षा सचिव के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख, डीआरडीओ प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।


आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि भारत सीधे इस्रायली फर्म राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्ज से 8,356 मिसाइलें व 321 लांचर खरीदेगा। उन्होंने कहा कि ये मिसाइलें विभिन्न चरणों एवं खंडों में भारत लाई जाएंगी। सूत्रों ने कहा कि इसके बाद रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक फर्म भारत डायनामिक्स लिमिटेड को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया जाएगा जिससे वह बड़े पैमाने पर इनका विनिर्माण कर सके।


यह पूछे जाने पर कि भारतीय सेना को अपनी 382 इनफैन्ट्री बटालियनों एवं 44 मैकेनाइज्ड इनफैन्ट्री यूनिटों को पूरी तरह से चुस्त.दुरस्त करने के लिए कितनी मिसाइलों की जरूरत है, सूत्रों ने करीब 40,000 का आंकड़ा दिया। स्पाइक एक ऐसी एंटी.टैंक मिसाइल है जो ले जाने में आसान है और दागने में इसका निशाना अचूक है। मिसाइल के लिए सौदा 2010 से लंबित था।