Export in July: जुलाई में 16 फीसदी घटा देश का निर्यात, ट्रेड डेफिसिट में भी आई गिरावट
Export in India: देश के निर्यात (indian export) में जुलाई महीने में गिरावट देखने को मिली है. अप्रैल-जुलाई के दौरान निर्यात 14.5 फीसदी घटकर 136.22 अरब डॉलर रहा.
India's Export July 2023: देश के निर्यात (indian export) में जुलाई महीने में गिरावट देखने को मिली है. ग्लोबल लेवल पर मांग में नरमी का असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिला है. इसके साथ ही पेट्रोलियम, रत्न और आभूषण एवं अन्य प्रमुख क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन से देश का कुल निर्यात इस साल जुलाई महीने में 15.88 फीसदी घटकर 32.25 अरब डॉलर रहा है.
जारी हुआ आंकड़ा
सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, आलोच्य महीने के दौरान आयात भी 17 फीसदी घटकर 52.92 अरब डॉलर रहा जो बीते वर्ष के जुलाई माह में 63.77 अरब डॉलर था. आयात में कमी से व्यापार घाटा कम होकर 20.67 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी महीने में 25.43 अरब डॉलर था.
अप्रैल से जुलाई में कितनी आई गिरावट?
आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान निर्यात 14.5 फीसदी घटकर 136.22 अरब डॉलर रहा. आलोच्य अवधि के दौरान आयात 13.79 फीसदी घटकर 213.2 अरब डॉलर रहा.
सामने हैं कई ग्लोबल चुनौतियां
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि ग्लोबल चुनौतियां बनी हुई हैं. अमेरिका और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों समेत कई देशों के निर्यात और आयात में कमी आई है. इन दोनों क्षेत्रों से आयात लगातार कम हो रहा है. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जतायी कि देश का वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात 2023-24 में बीते वित्त वर्ष के 776 अरब डॉलर के मुकाबले अधिक होगा.
पिछले 2 साल निर्यात में आई तेजी
बर्थवाल ने यह भी कहा कि पिछले दो साल से देश के निर्यात में वृद्धि हो रही थी. इस बात को ध्यान में रखते हुए इस साल के निर्यात आंकड़े को देखना चाहिए. सचिव ने कहा कि जो क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, उसमें इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल है. इसका मतलब है कि भारत वैश्विक मूल्य श्रृंखला से स्वयं को एकीकृत कर रहा है.
कितना रहा गोल्ड का आयात?
आंकड़ों के मुताबिक, सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 2.7 फीसदी बढ़कर 13.2 अरब डॉलर रहा जो बीते वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जुलाई में 12.86 अरब डॉलर था. तेल आयात आलोच्य अवधि में 23.4 प्रतिशत घटकर 55 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 71.74 अरब डॉलर था.
इनपुट - भाषा एजेंसी