Vande Bharat Express:  शताब्दी, राजधानी, दूरंतो के बाद अब देश में वंदे भारत ट्रेनों का क्रेज बढ़ता जा रहा है.  एक के बाद एक नई वंदे भारत ट्रेनें चल रही है. देशभर में 102 वंदे भारत ट्रेनें चल रही है. अब जल्द ही लंबी दूरी के लिए स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें चलाई आएंगी. आधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन का जलवा ऐसा है कि जल्द ही ये विदेशों में भी दिखेंगी. वंदे भारत और मेट्रो ट्रेनों के एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की दिशा में फोकस बढ़ाया जा रहा है. 


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वंदे भारत ट्रेनों का एक्सपोर्ट  


वंदे भारत ट्रेनों को अब एक्सपोर्ट करने की तैयारी चल रही है. वंदे भारत और वंदे मेट्रो ट्रेनों को एक्सपोर्ट किया जाएगा. हैवी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी BEML लिमिटेड वंदे भारत और वंदे मेट्रो ट्रेनों का एक्सपोर्ट करने की तैयारी कर रही है. राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी बीईएमएल लिमिटेड ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में रक्षा के साथ-साथ रेल और मेट्रो से राजस्व को मजबूत हो सकता है. माना जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में वंदे भारत, मेट्रों ट्रेमों के लिए एक्सपोर्ट ऑर्डर मिलने लगेंगे. 


वंदे भारत और मेट्रो रेल का निर्यात बढ़ाने पर फोकस


इकोनॉमिक्स टाइम्स के साथ इटरव्यू के दौरान BEML के चेयरमैन शांतनु रॉय ने कहा कि हमारी कोशिश है कि देश में स्वदेशी वंदे भारत ट्रेनों को पटरी पर दौड़ाए.  इसके साथ ही अगले कुछ सालों में हम इसके निर्यात पर फोकस करेंगे.  कंपनी का फोकस है कि वो मिडिल ईस्ट, साइथ अमेरिका और एशियाई देशों  के साथ वंदे भारत ट्रेनों को एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया जाएगा. कंपनी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि वो जल्द ही इस निर्यात तो 4 से बढ़ाकर 10 फीसदी कर लेंगे.  बता दें कि BEML तीन मेजर सेगमेंट में काम करती है. कंपनी 11 स्ट्रैटजिक बिजनेस यूनिट के साथ ग्रोथ कर रही है. कंपनी का मुख्य कारोबार माइनिंग और कंस्ट्रक्शन, डिफेंस और रेल और मेट्रो निर्माण से जुड़ा है.  BEML कंपनी रेलवे प्रोजेक्ट से लेकर वंदे भारत तक बनाती है.