Indian Railway Waiting Ticket: कई बार ऐसा होगा, जब आपका वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हो पाता है. ऐसे में रेलवे की ओर से उस टिकट को कैंसिल कर दिया जाता है. टिकट कैंसिलेशन के नाम पर यात्रियों से सुविधा शुल्क के नाम पर मोटा चार्ज काट लिया जाता है. वेटिंग और आरएसी टिकट के इस नियम को लेकर बड़ा बदलाव हुआ है. नए नियम के मुताबिक अब यात्रियों को वेटिंग या फिर आरएसी टिकट कैंसिल होने पर मोटी फीस नहीं चुकानी होगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे ने बदला नियम  


रेलवे ने अपने नियम में बड़ा बदलाव करते हुए  वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसिल कराने पर अतिरिक्त चार्ज को हटाने का फैसला किया है. यानी अगर आप वेटिंग टिकट को कैंसिल करवाते हैं या वो कैंसिल हो जाता है तो आपने सुविधा शुल्क के नाम पर अतिरिक्त चार्ज नहीं वसूले जाएंगे.  रेलवे के नए नियम के मुताबिक अब यात्रियों से टिकट कैंसिल कराने पर 60 रुपए चार्ज लिया जाएगा.  


क्यों बदला नियम  


दरअसल झारखंड के सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार खंडेलवाल ने वेटिंग टिकटों को कैंसिल करवाने पर रेलवे की ओर से वसूले जाने वाली मोटी रकम को लेकर शिकायत दर्द कराई थी. उन्होंने शिकायत की कि रेलवे केवल टिकट कैंसिलेशन चार्ज के नाम पर मोटी रकम कमा रहा है. उन्होंने उदाहरण के साथ समझाया कि एक यात्री ने 190 रुपए का टिकट खरीदा था. टिकट वेटिंग था जो कंफर्म नहीं होने पर रेलवे की ओर से खुद कैंसिल कर दिया गया. रेलवे की ओर से टिकट कैंसिल किए जाने के बाद  उन्हें सिर्फ 95 रुपए मिले, बाकी की रकम सुविधा शुल्क के नाम पर वसूल लिए गए. इस शिकायत के बाद आईआरसीटीसी , रेलवे ने फैसला बदल दिया. रेलवे ने फैसला किया है कि ऐसे टिकटों पर रेलवे की ओर से निर्धारित प्रति यात्री 60 रुपये कैंसिलेशन शुल्क ही लगाया जाएगा.  


बदल दिया पानी की बोतल का नियम 


बता दें कि हाल ही में रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों को मिलने वाली पानी की बोतल से जुडे़ नियम में बदल दिया. रेलवे ने 1 लीटर के बजाए यात्रियों को 500 एमएल की बोतल देने का फैसला किया. यात्रियों को उनकी जरूरत के हिसाब से 500 एमएल की एक्सट्रा बोतल निशु्ल्क दी जाएगी. रेलवे ने ऐसा पानी बचाने के मकसद से किया है.