Indian Railway शुरू करने जा रही ऐसा सिस्टम, ट्रेन से यात्रियों का सामान नहीं होगा चोरी
Digital Locking System: ट्रेनों में सामान चोरी को रोकने के लिए रेलवे कई कदम उठा रहा है, लेकिन फिर भी पार्सल और गुड्स चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं. लिहाजा रेलवे इसके लिए अब फुलप्रूफ इंतजाम कर रहा है.
Indian Railway OTP based Digital Locking System: भारतीय रेलवे से रोजाना लाखों लोग यात्रा करते हैं और इसे सबसे आरामदायक ट्रांसपोर्ट माना जाता है. इसके साथ ही ट्रेनों से रोजाना लाखों रुपये का सामान भी एक-जगह से दूसरे जगह ले जाया जाता है, लेकिन ट्रेन से सामान चोरी होने का सबसे ज्यादा डर होता है. लेकिन, अब भारतीय रेलवे (Indian Railway) एक ऐसा सिस्टम शुरू करने जा रही है, जिससे सामान चोरी होने का टेंशन नहीं रहेगा.
रेलवे कर रहा है फुलप्रूफ प्लान
रेल मंत्रालय (Rail Ministry) के मुताबिक, ट्रेनों में सामान चोरी को रोकने के लिए रेलवे कई कदम उठा रहा है, लेकिन फिर भी पार्सल और गुड्स चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं. लिहाजा रेलवे इसके लिए अब फुलप्रूफ इंतजाम कर रहा है. लंबी दूरी की ट्रेनों में अधिकतर पार्सल चोरी की घटनाएं ज्यादा होती हैं, जिनमें कई बार चोर पार्सल यान के लॉक को काटकर लाखों का सामान उड़ाने में सफल हो जाते हैं. साल 2019 में झारखंड के हटिया में चोरों ने पार्सल यान के लॉक वाले हिस्से को कटर के जरिए काटकर 30 लाख से ज्यादा सामान को उड़ा दिया था.
ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम
ट्रेनों में सामान चोरी होने से रोकने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) जल्द ही ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम (OTP based Digital Locking System) शुरू करने जा रही है, ताकि ट्रेनों से चोरी की घटनाओं से बचा जा सके. ऐप आधारित डिजिटल स्मार्ट लॉकिंग सिस्टम यात्रियों के सामान और पार्सल चोरी होने से बचाएगा.
कैसे काम करेगा रेलवे का यह सिस्टम?
डिजिटल लॉकिंग सिस्टम (OTP based Digital Locking System) एक ओटीपी आधारित लॉकिंग सिस्टम होगा, जिसको फिक्स किए गए स्टेशन पर ही खोला जा सकेगा. यह स्मार्ट लॉकिंग सिस्टम जिओ मैपिंग पर आधारित होगा, जिससे छेड़खानी करने पर लोकेशन और जानकारी तुरंत पता चलेगी.
यात्रियों का सामान रखे जाने से लेकर जिस स्टेशन पर सामान को वापस लेना है, उस स्टेशन का कोड और ओटीपी फिक्स होगा. उसी आधार पर उस स्टेशन पर सामान निकाला जा सकेगा. रेलवे का वही कर्मचारी पार्सल को निकाल सकेगा, जिसे OTP दी जाएगी. रेल मंत्रालय के मुताबिक जिओ मैपिंग आधारित स्मार्ट लॉक होने से यदि इसको कहीं तोड़ने की कोशिश भी की जाती है या फिर इसको पार्सल कोच से कटर के जरिए काटा भी जाता है तो इसकी लोकेशन और सूचना तुरंत रेलवे रेलवे अधिकारियों के पास पहुंच जाएगी.
फिलहाल चल रहा है इस सिस्टम का ट्रायल
रेलवे (Indian Railway) फिलहाल इस स्मार्ट डिजिटल लॉकिंग सिस्टम का ट्रायल कर रहा है. रेल मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक, जिस ऐप आधारित लॉकिंग सिस्टम को लाया जा रहा है, वो पूरी तरह से फुलप्रूफ है. ये डिजिटल लॉकिंग सिस्टम है, जिसके जरिए कीमती पार्सल और गुडस की चोरी रोकने में बड़ी मदद मिलेगी.
ट्रेनों में पार्सल यान के जरिए जाने वाले सामान पर गिरोहों की निगाहे रहती है ये गिरोह लंबी दूरी की रात में चलने वाली ट्रेनों को ज्यादा निशाना बनाते हैं, लेकिन रेल मंत्रालय के मुताबिक ऐप आधारित डिजिटल स्मार्ट लॉकिंग सिस्टम ऐसी तमाम संभावनाओं को खत्म कर देगा.
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