Indian Railways Update: अगर आप भी ट्रेन से सफर करने या फिर टिकट बुकिंग (ticket booking) करने जा रहे हैं तो अब आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. रेलवे ने बताया है कि दिल्‍ली पीआरएस सेवाओं (PRS Service) को कई घंटों के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है. यह सुविधाएं अस्थायी रूप से बंद की जाएंगी. यानी कि कुछ घंटों के दौरान यात्रियों को पीआरएस सर्विस की सुविधा नहीं मिल पाएगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे की सुविधाएं 24 घंटे काम करती है, जिसकी वजह से रेलवे मेंटेनेंस और सॉफ्टवेयर अपग्रेड से जुड़े काम अटके रहते हैं. इन कामों को पूरा करने के लिए ही रेलवे ने इस सुविधा को कुछ घंटों के लिए बंद करने का फैसला लिया है. 


4.30 घंटे बंद रहेगी सर्विस


उत्तर रेलवे ने बताया है कि रेलवे की दिल्ली पीआरएस सर्विस (PRS Service) 12 अप्रैल को रात 11.45 बजे से सुबह 13 अप्रैल सुबह 04.15 बजे तक बंद रहेंगी. इन 4.30 घंटों के दौरान रिजर्वेशन, कैंसिलेशन, चार्टिंग, पूछताछ सेवा (139 तथा काउंटर सेवा), इंटरनेट बुकिंग तथा ईडीआर सर्विस का इस्तेमाल यात्री नहीं कर पाएंगे.


मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी ने दी जानकारी


रेलवे ने यात्रियों को इस असुविधा से बचाने के लिए पहले ही जानकारी दे दी है. मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया क‍ि 12-13 अप्रैल के बीच करीब साढ़े चार घंटे अस्‍थायी रूप से दिल्ली पीआरएस सेवा उपलब्‍ध नहीं रहेगी. इस वजह से यात्रियों को कई सुविधाओं का फायदा नहीं मिल पाएगा. 


क्या होता है PRS?


बता दें पीआरएस का मतलब है... पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्‍टम. यह रेलवे की तरफ से मिलने वाली ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा है. इंडियन रेलवे की तरफ से यह सुविधा मिलती है. पीआरएस सुविधा का इस्तेमाल करके यात्री ट्रेनों में रिजर्व और अनरिजर्व टिकट की बुकिंग कर सकते हैं. 


IRCTC वेबसाइट या ऐप से कर सकते हैं इस्तेमाल


रेलवे की पीआरएस सुविधा का इस्तेमाल आप IRCTC की वेबसाइट या फिर IRCTC के ऐप के जरिए कर सकते हैं. यहां पर अफना अकाउंट लॉगइन करने के बाद आप टिकट बुकिंग कर सकते हैं. 


टिकट जांच में रेलवे को मिले 173.89 करोड़ 


हाल ही में पश्चिम रेलवे (Western Railway) के वरिष्ठ वाणिज्‍य अधिकारियों करोड़ों रुपये की वसूली की है. अनुभवी टिकट जांच टीम द्वारा अप्रैल, 2023 से मार्च, 2024 तक कई टिकट जांच अभियान चलाए गए, जिससे 173.89 करोड़ रुपये की प्राप्ति की गई, जिसमें मुंबई उपनगरीय खंड से प्राप्‍त 46.90 करोड़ रुपये भी शामिल है.