Northeast Frontier Railway: अगर आप भी अक्‍सर ट्रेन से सफर करते हैं तो यह खबर पढ़कर आप खुश हो जाएंगे. जी हां, भारतीय रेलवे ने आने वाले सालों में नार्थ ईस्टर्न इलाके के बॉर्डर एर‍िया तक रेलवे लाइन बिछाने का प्‍लान क‍िया है. इसके अलावा रेलवे इम्फाल, आइजल और कोहिमा को भी आपस में रेल नेटवर्क से जोड़ने का प्‍लान कर रहा है. इससे इस क्षेत्र तक आने-जाने का समय कम हो जाएगा. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NF Railway) के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने एएनआई को बताया कि नार्थ ईस्ट में रेलवे से जुड़ी कई फ्यूचर प्‍लान‍िंग हैं.


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इम्फाल से मोरेह तक रेल संपर्क प्रोजेक्‍ट


सब्यसाची डे ने बताया क‍ि पूर्वोत्तर के सबसे पूर्वी हिस्से को म्यांमार से जोड़ने के लिए, हमारे पास इम्फाल से मोरेह तक रेल संपर्क प्रोजेक्‍ट है. इसी तरह बांग्लादेश से जुड़ने के लिए भी हमारे पास कई प्रोजेक्‍ट हैं. इसके अलावा, आने वाले समय में हम इम्फाल, आइजल और कोहिमा को जोड़ने वाले रेल प्रोजेक्‍ट पर भी काम करेंगे. साथ ही बॉर्डर वाले एर‍िया को भ्‍ज्ञी रेल से जोड़ा जाएगा. फिलहाल इम्फाल से मोरेह तक के प्रोजेक्‍ट का सर्वे चल रहा है.


पूर्वोत्तर में 18 प्रोजेक्‍ट चल रहे
पूर्वोत्तर रेलवे (NF Railway) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) ने बताया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में 18 प्रोजेक्‍ट चल रहे हैं. इन पर कुल कुल इनवेस्‍टमेंट करीब 74,000 करोड़ रुपये है. इस पर हम पहले ही करीब 40,000 करोड़ रुपये का खर्च कर चुके हैं. उन्‍होंने बताया क‍ि मिजोरम प्रोजेक्‍ट लगभग पूरा हो चुका है. बैराबी से सैरंग तक इस प्रोजेक्‍ट का 93 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और यह प्रोजेक्‍ट वित्तीय वर्ष में पूरा हो जाएगा. इस वित्तीय वर्ष में हम पहले ब्लॉक सेक्शन यानी बैराबी से होर्तोकी तक का उद्घाटन करने की उम्मीद कर रहे हैं.


मुर्कोंगसेलेक से पासीघाट लाइन पर काम चल रहा
अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने वाले एक प्रोजेक्‍ट मुर्कोंगसेलेक से पासीघाट लाइन पर काम चल रहा है. इसी तरह रूपथार-बामे सेक्शन डीपीआर स्‍टेप में है. तवांग को जोड़ने वाले एक प्रोजेक्‍ट पर भी प्‍लान क‍िया जा रहा है. सर्वे पूरा होने के बाद इस प्रोजेक्‍ट पर भी काम शुरू हो जाएगा. दूसरी तरफ केंद्रीय बजट 2024-25 में एनएफ रेलवे और पूर्वोत्तर एर‍िया को रेलवे कनेक्टिविटी के लिए आवंटन के बारे में बात करते हुए सब्यसाची डे ने कहा कि यह रेलवे क्षेत्र में पूर्वोत्तर के लिए अब तक का सबसे अधिक आवंटन है. हर साल, आवंटन में इजाफा हुआ है और यह अब तक का सबसे अधिक आवंटन है.