मुंबई: मार्केट शेयर के लिहाज से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन्स कंपनी इंडिगो ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 190.90 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाया. हालांकि, 2017 की समान अवधि से यह 75% कम है. उस वक्त एयरलाइन को 762 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था. हवाई ईंधन महंगा होने और डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट की वजह से इंडिगो एयरलाइन के मुनाफे में गिरावट दर्ज की गई. 


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कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका कुल राजस्व 6,408.95 करोड़ रुपये से 29.40 प्रतिशत बढ़कर 8,229.37 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इसमें 7,916.22 करोड़ रुपये की आमदनी परिचालन से हुई है. कंपनी ने बताया कि उसके बेड़े में विमानों की संख्या 31 दिसंबर 2017 को 153 थी जो 31 दिसंबर 2018 को बढ़कर 208 पर पहुंच गई.


प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) मार्जिन घटकर 2.4% रह गया है. 2017 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 17.3% था. एबिट मार्जिन 32.4% से घटकर 21.2% रह गया है. 2018 की दिसंबर तिमाही में एयरलाइन का कर्ज 1.8% बढ़कर 14,136.10 करोड़ रुपए हो गया. 2017 की दिसंबर तिमाही में कर्ज 13,887.40 करोड़ रुपए था. इंडिगो ने बीएसई फाइलिंग में बताया कि दिसंबर तिमाही में ऑन टाइम परफॉर्मेंस 79.1% और फ्लाइट कैंसिलेशन की दर 0.45% रही.


कंपनी के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल भाटिया ने परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुश्किल परिस्थितियों में भी हमने 190 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है. हमारे बेड़े में हर सप्ताह एक विमान बढ़ाते हुए तिमाही के दौरान यात्री क्षमता में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है. हम भविष्य में टिकाऊ विकास तथा सतत मुनाफे की ओर बढ़ रहे हैं.