Petrol-Diesel भरवाने को लेकर बड़ी खबर! अब नहीं होगी धोखाधड़ी, IOC के 30,000 पेट्रोल पंप हुए ऑटोमैटिक
IOC Automatic Petrol Pump: IOC के नए ऑटोमैटिक पेट्रोल पंप सिस्टम से व्यवस्था ज्यादा पारदर्शी हो जाएगी, तेल में खेल करने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी और ग्राहकों को सही कीमत और सही मात्रा में ईंधन मिल सकेगा.
नई दिल्ली: IOC Automatic Petrol Pump: पेट्रोल पंप पर तेल की मात्रा या कीमतों को लेकर किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने एक नया कदम उठाया है. IOC ने अपने पेट्रोल पंप को ऑटोमैटिक (Automatic Petrol Pump) करना शुरू कर दिया है. इस नए सिस्टम से पेट्रोल पंप पर ईंधन लेना ज्यादा पारदर्शी और सुरक्षित होगा. ग्राहकों के साथ ओवरचार्ज और कम ईंधन जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी.
IOC के पेट्रोल पंप हुए ऑटोमैटिक
इंडियन ऑयल ने अपने 30, 000 पेट्रोल पंप को ऑटोमैटिक कर दिया है, IOC ने खुद ये जानकारी ट्विटर पर दी है. अब पेट्रोल पंप की केंद्रीय स्तर पर रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी यानी ग्राहकों को सही कीमत पर सही मात्रा में ईंधन मिलेगा, उनसे किसी भी तरह की चीटिंग नहीं की जा सकेगी. इस सिस्टम के तहत ये सुनिश्चित किया जाएगा कि हर ग्राहक जब ईंधन लेने आएगा तो उसके लिए मीटर की शुरुआत जीरो से ही होगी. IOC के दिल्ली और हरियाणा स्टेट ऑफिस के चीफ जनरल मैनेजर संजय सिन्हा का कहना है कि अभी देश में 30,000 पेट्रोल पंप ही ऑटोमैटेड हैं, लेकिन जल्द ही पूरे देश के हर पेट्रोल पंप को ऑटोमेटेड कर दिया जाएगा जिसका फायदा सीधे ग्राहकों को मिलेगा.
पेट्रोल पंप पर हेरफेर की मिलती हैं ढेरों शिकायतें
दरअसल, आज भी पेट्रोल पंप पर कम तेल या कीमतों में हेरफेर की शिकायतें मिलती हैं. हालांकि समय समय पर पेट्रोल पंपों की जांच भी की जाती है, लेकिन धोखाधड़ी की शिकायतें नहीं रुकती हैं. मीटर में छेड़छाड़ या दूसरे तरीके से उलटफेर करके ग्राहकों को ठगे जाने की शिकायतें मिलती रहती हैं. ऐसी शिकायतों को जड़ से खत्म करने के लिए IOCL ने ऑोटमैटिक पेट्रोल पंप की पहल की है. इससे रियल टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित होगी और ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सकेगा.
ग्राहकों को ई-रिसीट मिलेगी
इंडियन ऑयल के मुताबिक नई सुविधा की मदद से ऑटोमैटिक पेमेंट में ग्राहक को कार्ड स्वाइप करने की जरूरत नहीं होगी. ग्राहक ने जितना तेल भरवाया है और पेमेंट किया है उसकी ई-रीसिट पा सकेंगे. साथ ही लॉयल्टी प्वाइंट भी मिलेंगे. इसके साथ ही धोखाधड़ी होने की टेंशन भी खत्म होगी और पेट्रोल पंप के कामकाज को लेकर पारदर्शिता भी आयेगी.