Modi Government: सही समय पर सही मात्रा में बारिश हो जाए तो किसानों के लिए काफी राहत की बात होती है. इससे उनकी फसल पर सकारात्मक असर देखने को मिलता है. हालांकि अगर गलत समय पर बारिश हो, बेमौसम बारिश हो या अत्याधिक मात्रा में बारिश हो तो किसानों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है और उनकी फसल भी खराब हो सकती है. वहीं सरकार की ओर से किसानों के लिए काफी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे उन्हें नुकसान की स्थिति से निपटने के लिए थोड़ी राहत जरूर मिलती है.


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बेमौसम बारिश से नुकसान


इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है और सरकार नुकसान का आंकलन करने के लिए राज्यों से जानकारी का इंतजार कर रही है. तोमर ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, बेमौसम बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है. सर्वेक्षण चल रहा है और हम नुकसान की सीमा का आंकलन करने के लिए राज्यों से सूचना का इंतजार कर रहे हैं.’’


दिया जाएगा मुआवजा


उन्होंने कहा कि किसान मानसून पर निर्भर हैं, जो अप्रत्याशित है. उन्होंने कहा कि सभी उपायों के बावजूद, किसान प्रकृति पर निर्भर हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के पास राज्य आपदा राहत कोष है जिसका उपयोग वे किसानों को मुआवजा प्रदान करने के लिए कर सकते हैं. फसल को हुए नुकसान की सीमा का आंकलन करने की उचित प्रक्रिया के बाद राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से और राशि जारी की जाएगी.


बुवाई शुरू


उन्होंने कहा कि रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जल्द ही घोषित किया जाएगा. कृषि मंत्रालय के जारी आंकड़ों के अनुसार रबी फसलों, विशेष रूप से तिलहन और दलहन की बुवाई देशभर में शुरू हो गई है और अब तक लगभग 7.34 लाख हेक्टेयर भूमि पर बुवाई हो चुकी है. गेहूं मुख्य रबी की फसल है लेकिन राज्यों से इसकी बुवाई के आंकड़े अभी तक नहीं मिले हैं.


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