कौन है करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी नीरव मोदी? दोस्त के कहने पर डिजाइन की थी ज्वेलरी
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 280 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मशहूर ज्वेलर नीवर मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है.
नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 280 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मशहूर ज्वेलर नीवर मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. इसके बाद गुरुवार सुबह ED ने नीरव मोदी के ऑफिस और शोरूम पर भी छापेमारी की गई. ईडी की तरफ से यह छापेमारी मोदी के मुंबई के काला घोडा इलाके में स्थित शोरूम पर की गई. पीएनबी की तरफ से बताया गया कि एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि क्या बैंक की धोखाधड़ी की गई राशि की हेरा-फेरी की गई थी और अवैध संपत्ति बनाने के लिए आरोपियों ने इस तरीके का बार-बार इस्तेमाल किया था.
डायमंड किंग के रूप में पहचान
सीबीआई ने इस संबंध में नीरव मोदी, उनके भाई, उनकी पत्नी और कारोबारी भागीदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जांच एजेंसी ने मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी एमी और मेहुल चीनूभाई चौकसी के आवास पर छापेमारी भी की है. ये सभी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं. इस सबके बीच चर्चा में आए नीरव मोदी के बारे में आपको बता दें कि वह मशहूर जवेलरी डिजाइनर है और उनकी पहचान एक डायमंड किंग के रूप में है.
PNB Scam में ED की बड़ी कार्रवाई, नीरव मोदी के ठिकानों पर छापेमारी
अमीर लोगों की लिस्ट में 84वां नंबर
नीरव मोदी साल 2017 में फोर्ब्स के अमीर लोगों की लिस्ट में 84वें नंबर पर थे. दुनिया भर में प्रतिष्ठित बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स ने उन्हें 2.3 बिलियन डॉलर रेवेन्यू टर्म में फायरस्टार डायमंड के संस्थापक के रूप में अपनी रिपोर्ट में दिखाया था. हालांकि अभी भी नीरव की संपत्ति 1.73 बिलियन डॉलर की है.
दोस्त के कहने पर जगी रुचि
नीरव मोदी का ज्वेलरी डिजाइनिंग में शुरुआत भी काफी दिलचस्प है. उन्होंने एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उसकी ज्वेलरी डिजाइन में रुचि तब जगी जब एक दोस्त ने उससे इयररिंग डिजाइन करने के लिए कहा था. इसके बाद मोदी ने इसे अपना पेशा बना लिया. मोदी हाई क्वालिटी वाले डायमंड खोजता और उसे फाइनल टच देने के लिए रूस भी भेजा करता था. मोदी अपने चाचा के जरिये डायमंड का एक ट्रेंड ट्रेडर बन गया और उसने पिछले कुछ सालों में काफी तेजी से अपना बिजनेस बढ़ाया.
PNB धोखाधड़ी मामले में वित्त मंत्रालय का बड़ा बयान, कहा मामला 'नियंत्रण से बाहर' नहीं
कुछ अलग करने से डरो मत
इसके बाद साल 2010 में नीरव मोदी ने अपने नाम पर नीरव मोदी ज्वेलरी आउटलेट इंटरनेशनल लेवल पर खोले. उसने दिल्ली, मुंबई, न्यूयॉर्क, हांगकांग, लंदन, मास्को जैसे शहरों में अपने आउटलेट खोले. बॉलीवुड हस्तियों केट विंस्लेट, डाकोटा जॉनसन, मासीमो बोतुरा के द्वारा पसंद किये जाने के कारण नीरव मोदी की ज्वेलरी को इंटरनेशनल लेवर पर पहचान मिली. नीरव मोदी ने बिजनेस वर्ल्ड पत्रिका को दिये एक इंटरव्यू में एक बार कहा था - बॉक्स से बाहर जाकर सोचो, रिस्क लेने से और कुछ अलग करने से डरो मत.
मोदी का जन्म भारत में हुआ था लेकिन उनकी परवरिश बेल्जियम में हई. एक साक्षात्कार में मोदी ने कहा था कि उसका सपना म्यूजिक कंडक्टर बनने का था. साल 2010 में खुदरा व्यवसाय से शुरुआत करने वाले नीरव मोदी ने तेजी से मशहूर ज्वेलरी डिजाइनर के तौर पर प्रतिष्ठा हासिल की है. आठ साल पहले नीरव मोदी के तीन बड़े स्टोर थे. इनमें से पहला स्टोर 6000 स्कवायर फीट का स्टोर मुंबई के काला घोड़ा इलाके में है. दूसरा दिल्ली के चाणक्यपुरी और तीसरा डिफेंस कॉलोनी में था. कैट विंस्लट और डकोरा जॉन्सन से लेकर टराजी पी हेन्सन तक, हॉलीवुड की टॉप स्टार्स नीरव के ब्रैंड के हीरे पहनकर रेड कार्पेट पर उतर चुकी हैं. 48 साल के नीरव मोदी बेल्जियम के शहर ऐंटवर्प में हीरे का कारोबार करने वाले परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनकी परवरिश कारोबारी माहौल में हुई.
वह अक्सर पत्रकारों में कहा करते थे कि वह इस कारोबार से जुड़ना नहीं चाहते. वॉर्टन में एक साल तक फाइनेंस की पढ़ाई में फेल होने के बाद नीरव मोदी हीरे के कारोबार में आ गए. इससे पहले 19 साल की उम्र में नीरव को उनके मामा और गीतांजलि जेम्स के चेयरमैन मेहुल चौकसी के पास मुंबई भेजा गया था ताकि वह हीरा कारोबार की कुछ जानकारी ले सकें. 1999 में उन्होंने दुर्लभ हीरों के कारोबार के लिए फायरस्टार डायमंड नाम की कंपनी बनाई और कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिग्रहण कर लिया जिससे उनका नेटवर्क काफी तगड़ा हो गया. भारत के अलावा उनकी रुस, अर्मेनिया और दक्षिण अफ्रीका में मेन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं.
बिजनेस से जुड़ी अन्य खबरों के लिए क्लिक करें