नई दिल्ली: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटेन की कोर्ट ने झटका दिया है. उसके प्रत्यर्पण रोकने वाली अर्जी खारिज कर दी गई है. ऐसे में अब उसके भारत आने का समय और नजदीक हो गया है. माल्या को अब लगने लगा है कि उसका जेल जाना तय है. इसलिए, पिछले दिनों उसके वकीलों ने कोर्ट में कहा था कि मेरे मुवक्किल भारतीय बैंकों को संतुष्ट करने के लिए शानो शौकत की जिंदगी छोड़ना चाहते हैं.


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भगोड़े माल्या पर भारतीय बैंकों के करीब 1.14 अरब पाउंड बकाया हैं. कोर्ट के आदेश के अनुसार हर सप्ताह वह 18,325.31 पाउंड खर्च कर सकता है. पिछले सप्ताह ब्रिटेन की कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या ने इस राशि को घटाकर 29,500 पाउंड मासिक करने की पेशकश की थी.


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बता दें, विजय माल्या ट्विटर के जरिए लगातार अपनी बात सामने रखता है. पिछले दिनों उसने ट्वीट कर कहा था कि बैंकों के जितने मेरे ऊपर बकाये हैं, उससे अधिक की वसूली की जा चुकी है. इस बात की पुष्टि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में की है. ऐसे में बेवजह मुझे निशाना बनाया जा रहा है और भगोड़ा घोषित किया गया है.


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माल्या ने तो यहां तक कहा कि वर्तमान में जिन शेयरों और मेरी संपत्ति को बेचकर कर्ज चुकाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, यह सबकुछ तो मैंने पहले ही अपने प्रस्ताव में शामिल किया था. मैंने मद्रास हाईकोर्ट के सामने जो प्रस्ताव रखा था, उसमें मैंने इन संपत्ति को बेचकर कर्ज चुकाने का जिक्र किया था. लेकिन, मेरी बात नहीं मानी गई. शायद यह जेल जाने का ही डर है कि माल्या ने ट्वीट कर यह भी कहा था कि मैं 1992 से ब्रिटेन का नागरिक हूं.