Adani Bribery Case: भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के सामने एक मुश्किल खत्म नहीं होती कि उससे पहले दूसरी दरवाजे पर दस्तक दे देती है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने जनवरी 2022 में गौतम अडानी की कंपनी पर बम फोड़ा. हिंडनबर्ग ने अडानी के खिलाफ अकाउंट में हेराफेरी, शेयरों को ओवरप्राइसिंस समेत तमाम आरोप लगाए. इन आरोपों को लेकर भारत में सड़क से लेकर संसद तक हंगामा हुआ. ये मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब अमेरिका से एक और है बम फूटा है. अमेरिकी  न्याय विभाग ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी समेत 7 लोगों पर भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर फंड्स और इन्वेस्टमेंट जुटाने का आरोप लगाया है. अमेरिका में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, गौतम अडानी के खिलाफ समन जारी किया गया है. इन आरोपों के खुलासे के बाद गौतम अडानी पर चौतरफा मुश्किल बढ़ने लगी है. केन्या, बांग्लादेश, श्रीलंका से भी अडानी के लिए बुरी खबर आने लगी है.  


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अडानी की मुश्किल  


अमेरिका में अडानी पर लगे आरोपों के बाद दूसरे देशों में चल रहे प्रोजेक्ट्स पर भी सवाल उठने लगे हैं. केन्या सरकार ने इस मामले के खुलासे के बाद अडानी के साथ हुई दो डील को रद्द कर दिया. केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने अडानी के साथ बिजली ट्रांसमिशन, और एयरपोर्ट्स विस्तार परियोजनाओं को रोकने की बात कही. करीब 6000 करोड़ की डील अटक गई.  


बांग्लादेश ने कही जांच की बात  


अडानी पर अमेरिका में लगे आरोपों के बाद पड़ोसी देश बांग्लादेश ने भी जांच की बात कही. बांग्लादेश ने शेख हसीना के शासनकाल में अडानी पावर ट्रेडिंग के साथ हुई डील की जांच की बात कही है. अडानी के सात हुए समझौते सहित प्रमुख बिजली उत्पादन अनुबंधों की समीक्षा के लिए एक लीगल और इंवेस्टिगेटिव फर्म को नियुक्त  किया जाएगा. 


श्रीलंका ने भी दिया झटका  


केन्या और बांग्लादेश के बाद श्रीलंका में भी अडानी ग्रुप को झटका दिया है. श्रीलंका में अडानी के प्रोजेक्ट्स पर खतरा मंडरा रहा है. हालांकि अनुरा कुमारा दिसानायके की नेतृत्व वाली नई सरकार ने अडानी ग्रीन सहित ग्रुप के दूसरे प्रोजेक्ट्स पर अभी अंतिम फैसले को फिलहाल रोक दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले की समीक्षा की जा रही है. लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.