MRF Share: शेयर बाजार में भूचाल आया हुआ है. बीते दो दिनों से शेयर मार्केट में गिरावट का दौर जारी है. लुढ़कते शेयर बाजार में भी एक शेयर कमाल कर रहा है. टायर बनाने वाली एक कंपनी के शेयर ने तेजी का दौर इतना बढ़ा कि उसने नया रिकॉर्ड बना दिया और शेयर बाजार का सबसे महंगा शेयर बन गया है. MRF शेयर का एक शेयर खदीरने के लिए आपकी महीनेभर की सैलरी भी कम पर पड जाएगी.  


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MRF शेयर प्राइस  


शेयर बाजार का सबसे महंगा शेयर एमआरएफ बन गया है. सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है. एक शेयर की कीमत 1.5 लाख रुपये के पार चली गई, हालांकि गुरुवार को इसमें मामूली गिरावट आई और शेयर गिरकर 1,37,573 रुपये पर पहुंच गया.  बीते साल जून में एमआरएफ के एक शेयर की कीमत 1 लाख रुपये के पार चली गई थी. जिसके बाद से यह शेयर बाजार का सबसे महंगा शेयर बना हुआ है. बुधवार को एमआरएफ के शेयरों में 10 फीसदी तक की तेजी आई और एक शेयर का भाव डेढ़ लाख रुपये के पार चला गया. बुधवार को एमआरएफ का शेयर एक समय 1,50,254.16 रुपये तक पहुंचकर अपने 52-हफ्ते के हाई पर पहुंच गया था. 


11 रुपये का एक शेयर 


गुब्बारा बनाने से शुरुआत करने वाली कंपनी MRF ने साल 1993 में शेयर बाजार में एंट्री की थी. शुरुआत में एमआरएफ के एक शेयर का भाव सिर्फ 11 रुपये था.  आज यह शेयर भारतीय शेयर बाजार का सबसे महंगा शेयर बन चुका है.  आज एमआरएप का एक शेयर खरीदने के लिए आपको मोटा पैसा खर्च करना होगा. 


MRF की कहानी  


साल 1946 के दौर में के एम मैमन मापिल्लई ने मद्रास में गुब्बारा बनाने का काम शुरू किया. 1949 में उन्होंने लेटेक्स कॉस्ट खिलौने, इंस्ट्रियल ग्लव्स बनाने का काम शुरू किया. साल 1952 में मापिल्लई ने मद्रास रबर फैक्ट्री (MRF) के नाम से ट्रेड रबर बनाने वाली कंपनी की शुरुआत की थी. कंपनी टायर, धागे, ट्यूब और कन्वेयर बेल्ट, पेंट और खिलौने बनाती है. एमआरएफ भारत में टायर का सबसे बड़ा निर्माता है.  27 अप्रैल 1993 में कंपनी के शेयर 11 रुपये पर लिस्ट हुए थे. लिस्टिंग के बाद कुछ ही सालों में एमआरएफ के शेयरों ने बड़ी छलांग लगाई. आज ये शेयर बाजार का सबसे महंगा शेयर है.