लंदन : भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) को गुरुवार को लंदन की एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा. वह 2 अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ मामला लड़ रहा है. इसी महीने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पिछली सुनवाई के दौरान चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बुथनोट ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जमानत खारिज किए जाने के बाद नीरव दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है. नीरव मोदी ने जमानत लेने के लिए तीसरी बार कोशिश की थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जमानत राखि दोगुनी करने की पेशकश
नीरव मोदी को न्यायाधीश आर्बुथनोट के सामने गुरुवार को पेश किया जाएगा. इस दौरान हीरा कारोबारी के प्रत्यर्पण से जुड़ी सुनवाई के लिये एक व्यापक समयसीमा निर्धारित किए जाने की संभावना है. इससे पहले न्यायाधीश ने उसकी जमानत अर्जी खारिज करते हुए कहा था कि धोखाधाड़ी बड़ी है और जमानत राशि दोगुनी कर 20 लाख पौंड करने के बावजूद उसके आत्मसमर्पण करने में विफल रहने को लेकर चिंता दूर नहीं होती है.



नीरव मोदी को लंदन पुलिस ने प्रत्यर्पण वारंट पर लंदन के मेट्रो बैंक से गिरफ्तार किया था. वह उस समय एक नया बैंक खाता खोलने का प्रयास कर रहा था. तब से वह जेल में है. इससे पहले 10 मई को अदालत में पेश होने पर मोदी के वकीलों ने उसे जमानत दिलाने के लिए जमानत राशि को बढ़ाकर दोगुना करने की पेशकश की थी. साथ ही वकीलों ने यह भी दलील दी थी कि उनका मुवक्किल लंदन स्थित अपने फ्लैट में 24 घंटे नजरबंदी में रहने के लिए तैयार है.


(इनपुट भाषा से भी)