NPS: शेयर बाजार में सीधे निवेश से परहेज है तो NPS में डबल फायदा, पेंशन के साथ बेहतर रिटर्न
National Pension System: फाइनेंशियल ईयर 23-24 में इक्विटी मार्केट के बेहतर प्रदर्शन से निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है. सेंसेक्स और निफ्टी चढ़कर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं. निवेशकों का रुझान एनपीएस के जरिये ऐसी स्कीम की तरफ बढ़ा है जिसमें 75 परसेंट तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं.
What is NPS: अगर आप नौकरीपेशा हैं और रिटायरमेंट के बाद के खर्चों को लेकर परेशान हैं तो नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में निवेश कर सकते हैं. कुछ लोग शेयर बाजार में म्यूचुअल फंड के जरिये या सीधे निवेश करके अच्छा रिटर्न कमा रहे हैं. शेयर बाजार इन दिनों नए रिकॉर्ड बना रहा है. जानकारों का अनुमान है कि आने वाले समय में इसमें तेजी बरकरार रहेगी. लेकिन हर कोई शेयर बाजार में सीधे निवेश के लिए तैयार नहीं होता. अगर आप भी निवेश को लेकर कंफ्यूज हैं तो एनपीएस में इनवेस्टमेंट करना आपका सही फैसला हो सकता है. इसमें निवेश से आपको डबल फायदा है. पहला यह कि आपको शानदार रिटर्न मिलता है, साथ ही रिटायरमेंट के बाद पेंशन की सुविधा मिलती है. आइए इस बारे में विस्तार से बात करते हैं-
75 परसेंट तक इक्विटी में निवेश का विकल्प
फाइनेंशियल ईयर 23-24 में इक्विटी मार्केट के बेहतर प्रदर्शन से निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है. शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी चढ़कर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं. ऐसे में निवेशकों का रुझान एनपीएस के जरिये ऐसी स्कीम की तरफ बढ़ा है जिसमें 75 परसेंट तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. एनपीएस के जरिये निवेश से आपको शेयर बाजार में इनवेस्टमेंट के झंझट से भी छुटकारा मिल जाता है. साथ ही आप रिटायरमेंट के बाद के खर्चों को भी लेकर चिंतित नहीं रहते. शेयर बाजार चढ़ने से नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) का एयूएम (AUM) भी तेजी से बढ़ा है.
एनपीएस में सालाना 24% तक का शानदार रिटर्न
एनपीएस का एयूएम (AUM) बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जिसमें इक्विटी का योगदान 17 प्रतिशत है. निवेशकों को इसमें सालाना 24% तक का शानदार रिटर्न मिला है. पेंशन फंड रेगुलेटरी ऐंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के चैयरमेन दीपक मोहंती का कहना है कि एनपीएस के आने के बाद से इक्विटी में 13.3 परसेंट का रिटर्न निवेशकों को मिला है. टियर-2 में इक्विटी निवेश 100 प्रतिशत तक करने की अनुमति है. उन्होंने बताया कि NPS में सरकारी कर्मचारियों के बाद प्राइवेट सेक्टर के सब्सक्राइबर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. दिसंबर 2023 तक प्राइवेट सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 51 लाख के पार पहुंच गई है.
एनपीएस क्या है?
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई अंशदायी पेंशन स्कीम है. इस स्कीम को रिटायरमेंट के बाद के लिए नियमित इनकम के लिए शुरू किया गयाहै. इसे 1 जनवरी 2004 को सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया. लेकिन बाद में इसे 2009 में सभी देशवासियों को रिटायरमेंट का फायदा देने के मकसद से शुरू किया गया. इसका मकसद पेंशन सुधार को बढ़ावा देना ओर देशवासियों में रिटायरमेंट के लिए बचत की आदत को बढ़ावा देना है. 18 से 70 साल के बीच की उम्र वाले सैलरीड क्लॉस या नॉन सैलरीड क्लॉस (बिजनेस क्लॉस) इसमें निवेश कर सकता है.
एनपीएस के फायदे
एनपीएस में निवेश के जरिये आप रिटायरमेंट के बाद नियमित आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें निवेश करने से आपको टैक्स बेनिफिट भी मिलता है. यह फायदा निवेश और निकासी दोनों पर ही लागू होता है. एनपीएस अकाउंट को आप एक से दूसरे एम्पलायर या पेंशन फंड में भी ट्रांसफर कर सकते हैं. इतना ही नहीं निवेश करने वाला व्यक्ति अपने पेंशन अकाउंट में निवेश अपनी मर्जी के हिसाब से सेट कर सकता है. एनपीएस में निवेश के तीन विकल्प होते हैं-
इक्विटी
एनपीएस में इक्विटी के जरिये निवेश का मतलब है कि आप शेयरों में निवेश कर रहे हैं. शेयरों की कीमत बाजार के रुझान के अनुसार घट-बढ़ सकती है. इसलिए इक्विटी में निवेश करने वाले निवेशकों को बाजार के जोखिम के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
गर्वनमेंट बॉन्ड
गर्वनमेंट बॉन्ड सरकार की तरफ से जारी किये जाने वाले बॉन्ड होते हैं. इनकी ब्याज दर आमतौर पर इक्विटी की तुलना में कम होती हैं. लेकिन इसमें इक्विटी के मुकाबले जोखिम कम होता है. यदि आप रिस्क फ्री निवेश करना चाहते हैं तो गर्वनमेंट बॉन्ड में हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं.
कॉर्पोरेट बॉन्ड
कॉर्पोरेट बॉन्ड कंपनियों की तरफ से जारी किये जाने वाले बॉन्ड होते हैं. इनकी ब्याज दरें अमूमन गर्वनमेंट बॉन्ड के मुकाबले ज्यादा होती है लेकिन इनमें इक्विटी की तुलना में ज्यादा रिस्क रहता है.
एनपीएस अकाउंट कैसे खोलें
एनपीएस अकाउंट प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) संस्थाओं के साथ खोल सकते हैं. कई प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों के साथ कई वित्तीय संस्थान भी पीओपी के रूप में रजिस्टर्ड हैं. आप पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) की वेबसाइट के जरिये पीओपी तक पहुंच सकते हैं. आप एनपीएस अकाउंट ईएनपीएस वेबसाइट के जरिये भी ऑनलाइन खोल सकते हैं.