RBI Credit Policy: क्या ब्याज दरों में होगा बदलाव, कल पॉलिसी में होगा ऐलान
रिजर्व बैंक इस साल ब्याज दरों (Repo rate) में 115 बेसिस प्वाइंट यानि 1.15 परसेंट तक की कटौती कर चुका है. इस कटौती के साथ ही रेपो रेट साल 2000 के बाद 4 परसेंट पर है, जो कि सबसे निचला स्तर है. ऐसे में क्या RBI ब्याज दरों में और कटौती करेगा. इसके कई फैक्टर्स हैं.
क्या ब्याज दरों में कोई बदलाव होगा?
हमारे सहयोगी चैनल ज़ी बिज़नेस ने हर बार की तरह इस बार भी एनालिस्ट और इकोनॉमिस्ट्स से बात कर एक महाोपल किया है. सभी ने कहा कि रिजर्व बैंक की Creit Policy एक नॉन-इवेंट होगा, यानि पॉलिसी में किसी तरह का कोई बदलाव होते हुए नहीं दिखेगा. ज़ी बिज़नेस महापोल में सबसे पहले यही पूछा गया कि क्या ब्याज दरों में किसी तरह का कोई बदलाव देखने को मिलेगा. सभी ऐनालिस्ट और इकोनॉमिस्ट का यही मानना था कि ब्याज दरों में कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं है.
RBI का रुख क्या होगा?
इस बार रिजर्व बैंक का रुख (Stance) रहने वाला है, इस पर सभी का कहना है कि RBI का रुख अकोमोडेटिव ही रहने वाला है, जैसा कि पिछले कई बार से रिजर्व बैंक ने अपना रखा है
क्या आगे महंगाई दर में गिरावट होगी?
इस बार क्या महंगाई दरों को लेकर कोई गिरावट के संकेत मिलेंगे, क्या रिजर्व बैंक महंगाई को लेकर कोई रिजर्व बैंक के लक्ष्य में कोई बदलाव होगा. इस पर 80 परसेंट एनालिस्ट का यही कहना है कि महंगाई को लेकर रिजर्व बैंक के रुख में कोई बदलाव नहीं होने वाला है. हालांकि 20 परसेंट एनालिस्ट का मानना है कि महंगाई के अनुमान में हल्के बदलाव देखने को मिल सकते हैं . यानि महंगाई दर में गिरावट आती हुई दिख सकती है.
पॉलिसी में फोकस कहां रहेगा
ज़ी बिज़नेस के महापोल में जब एनालिस्ट से ये पूछा गया कि रिजर्व बैंक पॉलिसी का फोकस कहां रहने वाला है तो वित्त वर्ष 21 और वित्त वर्ष 22 के लिए जीडीपी अनुमान को लेकर चर्चा की जा सकती है. साथ ही महंगाई दर पर क्या आउटलुक बनता है, इस पर भी नजर रहेगी. रिजर्व बैंक वित्तीय घाटे को लेकर कुछ बयान दे सकता है, इस पर भी सभी का ध्यान रहेगा. सिस्टम में लिक्विडिटी लेवल को लेकर भी चर्चा हो सकती है. रिजर्व बैंक के ओर से दरें घटाने के बाद बैंकों ने इसे ग्राहकों तक कितना पहुंचाया है, इस ट्रांसमिशन पर भी रिजर्व बैंक कुछ बयान दे सकता है.