Godhan Nyay Yojana: अगर आपके बैंक अकाउंट में पीएम क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि (PM Kisan Samman Nidhi) की 12वीं क‍िस्‍त के 2000 रुपये आ चुके हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. जी हां, छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से क‍िसानों को एक और सौगात दी गई है. छत्‍तीसगढ़ सरकार के तोहफे के बाद उन क‍िसानों को सबसे ज्‍यादा फायदा होगा ज‍िन्‍हें पीएम क‍िसान की 12वीं क‍िस्‍त के पैसे म‍िल चुके हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों और गोधन न्याय योजना के लाभार्थ‍ियों को 78 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा की राशि का भुगतान किया है.


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राज्‍य में 3,089 गौठान स्वावलंबी हुए
इस दौरान सीएम बघेल ने कहा क‍ि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वावलंबी गांवों की परिकल्पना धीरे-धीरे साकार हो रही है. जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों की तरफ से यह जानकरी दी गई. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपिता के स्वावलंबी गांवों की परिकल्पना धीरे-धीरे साकार हो रही है. गोधन न्याय योजना के तहत गांवों में बनाए गए गौठानों में से 3,089 गौठान स्वावलंबी हो गए हैं.


15 से 31 अक्टूबर तक का भुगतान क‍िया
आपको बता दें 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2022 तक गौठानों में क्रय किए गए गोबर की एवज में भुगतान की गई राशि में से लगभग 50 प्रतिशत का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया गया है. स्वावलंबी गौठानों ने अबतक अपने संसाधनों से 24.15 करोड़ रुपये का गोबर खरीदा है. बघेल गोधन न्याय योजना के लाभार्थी को गोबर खरीद की राशि, महिला स्वयं सहायता समूहों और गौठान समितियों को लाभांश राशि और गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना प्रोत्साहन राशि के वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.


5.35 करोड़ की राशि ऑनलाइन जारी की
अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर माह के आख‍िरी पखवाड़े में खरीदे गए गोबर के एवज में कुल 4.69 करोड़ का भुगतान ग्रामीणों और पशुपालकों को किया गया है. इस राशि में से विभाग द्वारा 2.37 करोड़ रुपये और स्वावलंबी गौठानों द्वारा 2.32 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में गोबर विक्रेता पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 5 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि ऑनलाइन जारी की.


26 लाख से ज्‍यादा लाथार्थी ले रहे फायदा
गौठनों में 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.35 लाख क्विंटल गोबर के एवज में किया गया 4.69 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. आपको बता दें राज्‍य सरकार ने गोधन न्‍याय योजना के तहत सूबे के क‍िसानों, भूम‍िहीन खेतीहर मजदूरों, पशुपालकों और एसएचजी की मह‍िलाओं को यह राश‍ि दी है. योजना का उद्देश्‍य राज्‍य के क‍िसानों की आय बढ़ाना है. छत्‍तीसगढ़ सरकार ने इस राश‍ि को पीएम क‍िसान (PM Kisan Samman Nidhi) की तरह सीधे 26 लाख से ज्‍यादा लाथार्थ‍ियों के खातों में ट्रांसफर क‍िया है.


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