नई दिल्ली (समीर दीक्षित): इस साल के रेल बजट में तीन मुख्य बिंदु होंगे, जिसकी टैगलाइन है, 'सेफर, फास्टर, बैटर'. बजट में रेलवे को जितना आवंटन होगा, वो इन्हीं तीन चीजों पर खर्च किया जाएगा. पैसा खर्च कैसे होगा, इसकी बिंदुवार पूरी तैयारी है. Zee Business को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक हम आपको बता रहे हैं कि तीनों चरण में क्या खास होगा.


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1. सेफर यानी सुरक्षित बनाना
विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक हर साल औसतन 600 से 800 छोटे-बड़े रेल हादसे होते हैं. इसलिए पहली चिंता है कि रेलवे को सुरक्षित कैसे बनाया जाए और इसके लिए ट्रेन प्रोटेक्शन वार्निंग सिस्टम, GPS वाला ट्रेन ट्रैक सिस्टम और अत्याधुनिक तकनीक के साथ ट्रैक मेंटेनेंस में सुधार करना, इन तीनों चीजों को रेलवे में बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा. मानव रहित क्रॉसिंग का लक्ष्य, रेलवे में लगभग पूरा कर लिया है और इसके बाद जिन-जिन फाटक पर कर्मचारी तैनात हैं, उनमें सुधार किया जाएगा. लोको मेंटेनेंस और ट्रैक्स के लिए हैवी और अत्याधुनिक मशीनरी का इस्तेमाल होगा. 


2. फास्टर यानी तेज बनाना
दूसरा बिंदु है फास्टर यानी मौजूदा ट्रेनों की गति बढ़ाना, जिससे रेलवे और बेहतर बन सके. इस चरण में रेलवे मौजूदा ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर जोर देगा और कुछ नई सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करेगा. सूत्रों के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा ट्रैक पर इलेक्ट्रिफिकेशन करने के बाद कई ट्रेनों की गति बढ़ाने में मदद मिली है. साथ ही रेलवे हाई स्पीड कॉरिडोर भी तैयार करेगा. रेलवे की कोशिश है कि उसे बजट में जो आवंटन मिले उससे, भारतीय रेल के 'फास्टर' टैग को और मजबूत किया जाए.


3. बैटर यानी बेहतर करना
तीसरा बिंदु अहम है, जिस पर आजादी के बाद से लगातार काम हो रहा है लेकिन और ज्यादा काम होने की जरूरत है. सूत्रों के मुताबिक बजट के आवंटन के बाद यात्रियों की सुविधाओं पर जोर दिया जाएगा. मसलन, कई स्टेशन पर एस्केलेटर, लिफ्ट, वाई-फाई, अच्छे भोजन जैसी सुविधाएं मिलेंगी. साथ स्टेशनों पर दिव्यांगों के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा और सुरक्षा मजबूत होगी. इसके साथ ही कई ट्रेनों के कोच अपडेट करने होंगे.