Indian Railways: हवा से बात करेगी वंदे भारत...रेल मंत्री ने बताया, मिनिस्ट्री का क्या है प्लान?
IRCTC: वंदे भारत ट्रेनों के लिए रेलवे ट्रैक की सेफ्टी के बारे में भाजपा सांसद घनश्याम सिंह लोधी की तरफ से पूछे गए प्रश्न के जवाब में रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे की तरफ से सेफ्टी को लेकर फोकस किया.
Vande Bharat News: अगर आपको भी हाई स्पीड ट्रेनों से सफर करने का शौक है तो यह खबर आपको खुश कर देगी. पिछले दिनों रेलवे की तरफ से देशभर के अलग-अलग शहरों के लिए सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत को शुरू किया गया. अब रेलवे की तरफ से इन ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की तैयारी चल रही है. रेल मंत्री अश्निवी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि ट्रेन की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 और 160 किमी प्रति घंटा करने के लिए क्या प्लान है?
160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम
आपको बता दें वंदे भारत ट्रेन में 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता है. फिलहाल सिग्निलिंग, ट्रैक इंफ्रास्ट्रक्चर और फैंसिंग लगाने से जुड़े प्रतिबंध के कारण रेलवे हाई स्पीड ट्रेन को संचालित करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है. वंदे भारत ट्रेनों के लिए रेलवे ट्रैक की सेफ्टी के बारे में भाजपा सांसद घनश्याम सिंह लोधी की तरफ से पूछे गए प्रश्न के जवाब में रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे की तरफ से सेफ्टी को लेकर फोकस किया.
ट्रैक पर सेफ्टी फैंसिंग की जरूरत होगी
पीटीआई के अनुसार रेल मंत्रालय की तरफ से ट्रैक की जांच, रखरखाव और मरम्मत की रूपरेखा तैयार की गई है. इसमें आधुनिक ट्रैक इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग, पटरियों की नियमित जांच, रेल खामियों की पहचान करने के लिए अल्ट्रासोनिक फ्ला डिटेक्शन का पता लगाने वाले परीक्षण और मशीनीकृत ट्रैक रखरखाव सहित अन्य उपाय शामिल हैं. वैष्णव ने इस बात पर जोर दिया की ट्रेनों की गति 110 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटे करने के लिए संवेदनशील जगहों पर सेफ्टी फैंसिंग करना जरूरी है. वहीं, 130 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड के लिए पूरे ट्रैक पर सेफ्टी फैंसिंग की जरूरत होगी.
लोधी ने वंदे भारत ट्रेनों की पटरियों को असामाजिक तत्वों की तरफ से पहुंचाए जाने वाले नुकसान पर भी चिंता जताई. वैष्णव ने बताया कि जनवरी से नवंबर 2023 तक पटरियों को अलग-अलग चीजें रखने की चार घटनाएं सामने आई हैं. इन मामलों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. मंत्री ने जोर दिया कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), जिला पुलिस और नागरिक प्रशासन के सहयोग से ट्रेनों के सेफ संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग पहल की गई.