नई दिल्ली: भारत सरकार की महत्वाकांक्षी रेल योजनाओं में से एक 'वंदे भारत' के लिए 44 जोड़ी नई रेलगाड़ियां बनाई जाएंगी. इसे बनाने का कॉन्ट्रैक्ट भारतीय कंपनी Medha Servo Drives ltd को मिला है. जो 'मेक इन इंडिया' के तहत इनका निर्माण करेगा.


2,211 करोड़ का है कॉन्ट्रैक्ट


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भारतीय रेलवे ने मेधा सर्वो ड्राइव्स लिमिटेड को 'वंदे भारत' के 44 सेट (16 डिब्बे हर सेट में) बनाने के ऑर्डर दिए हैं. ये कॉन्ट्रैक्ट 2,211 करोड़ रुपयों का है. खास बात ये है कि भारत सरकार ने मेक इन इंडिया पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए ये काम मेधा सर्वो ड्राइव्स को सौंपा है. जिसमें 90 फीसदी सामान भारत में ही बने होंगे. 


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सिर्फ दो कंपनियां ही दौड़ में थी शामिल


इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए शुरुआत में तीन कंपनियां ही दौड़ में थी. लेकिन चीनी कंपनी सीआरआरसी के साथ भारतीय कंपनी पायनियर इलेक्ट्रिक इंडिया का गठजोड़ भारत सरकार की नाराजगी का शिकार हो गया. भारत सरकार ने इस कॉन्ट्रैक्ट से चीनी कंपनी जुड़ी होने की वजह से सीआरआरसी-पायनियर इलेक्ट्रिक इंडिया को कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था. जिसके बाद दो घरेलू कंपनियां भेल और मेधा सर्वो ड्राइव्स ही दौड़ में थी. चूंकि मेघा सर्वो ड्राइव्स की बोली सबसे कम थी, इसीलिए उसे कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. इसके तहत 44 सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन सेट का निर्माण किया जाना है.