Ratan Tata ने फिर जीता दिल, 25 साल के युवा के स्टार्टअप में इस इरादे से किया निवेश
Ratan Tata: दिग्गज बिजनेस मैन रतन टाटा ने एक बार फिर लोगों का दिल जीत लिया है. इस बार रतन टाटा ने ऐसा बड़ा और भावुक ऐलान किया है, जिसे सुन कर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. साथ ही उन्होंने 25 साल के युवा के स्टार्टअप में निवेश भी किया है.
Ratan Tata Launches India's 1st Companionship Startup For Senior Citizens: उद्योग जगत के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा अपने दयालु स्वाभाव और आम लोगों के हित में किए जाने वाले कामों को लेकर अक्सर ही सुर्ख़ियों में रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने अपने बड़े दिल का सुबूत पेश किया है. रतन टाटा ने वरिष्ठ नागरिकों को सेवा के रूप में सहयोग देने वाले स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है. हालांकि, रतन टाटा ने अब तक निवेश की रकम के बारे में जानकारी नहीं दी है, लेकिन उनके इस ऐलान पर सभी उनकी खूब वाहवाही कर रहे हैं.
गौरतलब है कि टाटा समूह से रिटायरमेंट के बाद से रतन टाटा इससे पहले भी कई स्टार्टअप में पैसे लगा चुके हैं. अबतक वह 50 से अधिक कंपनियों में निवेश कर चुके हैं. इस रतन टाटा ने 25 साल के युवा के स्टार्टअप में निवेश करने का ऐलान किया है.
जानिए कौन है फाउंडर?
रतन टाटा ने जिस नए स्टार्टअप में निवेश का ऐलान किया है, उसकी स्थापना 25 साल के शांतनु नायडू ने की है. शांतनु कॉर्नेल विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है और फिलहाल टाटा के कार्यालय में हैं और 2018 से टाटा की सहायता कर रहे हैं. यानी बहुत छोटी उम्र में शांतनु ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है.
स्टार्टअप में क्या है ख़ास?
अब जानते हैं इस स्टार्टअप के बारे में. यह स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में काम करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रखता है. अभी कंपनी मुंबई में अपने बीटा चरण में पिछले छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है और आगे पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में सेवाएं देने की योजना बना रही है. धीरे-धीरे कंपनी का विस्तार किया जाएगा.
रतन टाटा ने कही बड़ी बात
इस ऐलान के बाद 84 वर्षीय रतन टाटा ने स्टार्टअप की तारीफ करते हुए कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता. उन्होंने 25 वर्षीय नायडू के बारे में बात करते हुए कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी हासिल करना भी एक चुनौती है. वहीं, नायडू ने भी रनत टाटा के बारे में बात करते हुए कहा कि को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए बताया कि दुनिया में पांच करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं।. नायडू ने कहा कि वह पूरे देश में विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन गुणवत्ता से समझौता किए बिना धीमी गति से आगे बढ़ना पसंद करेंगे.