Ration Card News: अगर आपके पास भी राशन कार्ड है और आप सरकार सस्‍ती राशन योजना या फ्री राशन योजना का फायदा ले रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, सरकारी योजना के तहत म‍िलने वाले फ्री गेहूं, चावल और चीनी के बाद अब सरकार लाभार्थ‍ियों को और भी फायदे देने का प्‍लान कर रही है. उत्‍तराखंड में राशन योजना का फायदा उठा रहे 14 लाख पर‍िवारों को राशन की दुकानों से हर महीने आयोडीन युक्त एक किलो नमक 8 रुपये किलो के रेट पर म‍िलेगा. इससे हर महीने नमक के ल‍िए लाभार्थ‍ियों को पहले से कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे.


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योजना का फायदा लाखों राशन कार्ड धारकों को म‍िलेगा


सरकार की तरफ से शुरू की जा रही योजना का फायदा राज्‍य के लाखों राशन कार्ड धारकों को म‍िलेगा. सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नींबूवाला स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र में आयोज‍ित कार्यक्रम के दौरान नमक पोषण योजना को लॉन्‍च क‍िया. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हर जरूरतमंद और गरीब व्यक्ति को ज्‍यादा से ज्‍यादा सुविधाएं मुहैया कराना है. आने वाले समय में आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार को ध्‍यान में रखते हुए और जीवन को आसान बनाने के ल‍िए भी कुछ योजनाएं शुरू की जाएंगी.


30 रुपये वाला नमक 8 रुपये में म‍िलेगा
आपको बता दें सरकार की नमक योजना के दायरे में राज्‍य के 14 लाख अंत्योदय परिवार और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (National Food Security Mission) से जुड़े परिवार आएंगे. सरकार की तरफ से ज‍िस नमक को 8 रुपये क‍िलो की दर पर उपलब्‍ध कराया जाएगा, उसकी बाजार में कीमत करीब 30 रुपये प्रति किलो है. राशन कार्ड होल्‍डर को यह नमक 8 रुपये में द‍िया जाएगा, यानी बाकी के राश‍ि को सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि साल 2014 से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार गरीब कल्याण की योजनाओं पर काम किया जा रहा है.


जीवन को आसान बनाने वाली योजनाएं शुरू की गईं
पीएम मोदी के नेतृत्‍व में हर वर्ग, हर धर्म, हर क्षेत्र के लोगों के आर्थिक उत्थान और जीवन को आसान बनाने वाली योजनाओं को शुरू क‍िया गया है. इन योजनाओं का फायदा हर वर्ग के लोगों को म‍िल रहा है. साल 2014 से पहले सत्‍ता में आने वाली सरकारों का मकसद क‍िसी खास वर्ग के लोगों को फायदा देना होता था. प्रधानमंत्री की तरफ से शुरू की गई योजनाओं का असर है कि देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल आएं हैं. उत्तराखंड राज्‍य में भी 9 लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं.