RBI on Inflation: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve bank of india) ने आज एक बार फिर से रेपो रेट्स की दरों में इजाफा कर दिया है. आरबीआई ने मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक में इस बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इस ऐलान के साथ ही आरबीआई ने जीडीपी के ग्रोथ रेट अनुमान को भी घटा दिया है. चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth) की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. वहीं, इससे पहले रिजर्व बैंक ने वृद्धि दर सात फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. 


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महंगाई दर 4 फीसदी के ऊपर रहने की है संभावना
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा है कि देश में महंगाई अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है और अगले 4 महीनों तक महंगाई दर 4 फीसदी के भी ऊपर रहने की संभावना है. 


भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रहेगा
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि वृद्धि दर के अनुमान में कमी के बावूजद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा.


मजबूत बनी हुई है भारतीय अर्थव्यवस्था 
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच इसे उम्मीद की किरण के रूप में देखा जा रहा है. रिजर्व बैंक ने सितंबर में भी वृद्धि दर का अनुमान घटाया था. वहीं विश्व बैंक ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 से बढ़ाकर 6.9 फीसदी कर दिया है.


पहले 6 फीसदी से नीचे लाई जाएगी महंगाई
गर्वनर दास ने कहा है देशभर में महंगाई को लेकर अभी भी चिंता बनी हुई है. उन्होंने मीटिंग में कहा कि अर्जुन की तरह महंगाई पर नजर रहेगी. महंगाई को इस समय नीचे लाना जरूरी है. अभी भी महंगाई अपने तय लक्ष्य से ऊपर चल रही है, लेकिन उम्मीद है कि पहले महंगाई को 6 फीसदी से नीचे लाया जाएगा फिर इसको 4 फीसदी से नीचे लाने पर काम किया जाएगा. 


इनपुट - भाषा एजेंसी


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