नई दिल्ली: रिजर्व बैंक (RBI) आज मौद्रिक नीति का ऐलान करेगा. आर्थिक मामलों के जानकारों को उम्मीद है कि एकबार फिर से रेपो रेट को घटाया जाएगा. पिछली तीन मौद्रिक नीति में लगातार तीन बार रेट कट का ऐलान किया गया है. इस साल अब तक 75 बेसिक प्वाइंट्स की कटौती की जा चुकी है. वर्तमान में RBI बैंकों को 5.75 फीसदी की दर पर ब्याज देता है. रिवर्स रेपो रेट 5.50 फीसदी है.


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दरअसल, देश की अर्थव्यवस्था तमाम कोशिशों के बावजूद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है. बजट के कुछ प्रावधानों के बाद निवेशक लगातार बाजार से पैसा निकाल रहे हैं. महंगाई दर उम्मीद से कम है जिसकी वजह से मांग सुस्त पड़ी है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का हाल बुरा है. खासकर ऑटो सेक्टर में प्रोडक्शन पर लगाम लगाया जा रहा है. कंपनियों के लिए तो स्टॉक खाली करना चुनौती बन गई है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के कुल GDP का आधा हिस्सा तो केवल ऑटोमोबाइल सेक्टर से आता है. ऐसे में इस सेक्टर में मंदी बड़ी चुनौती है.


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करीब 11 साल बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में कटौती की है. इसका असर भी दिख रहा है. इन तमाम परिस्थितियों के बीच वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बैंकर्स के साथ बैठक की. मंगलवार को उन्होंने MSME सेक्टर के लोगों के साथ बैठक की. बैठक का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. सभी सेक्टर के लोगों के साथ मुलाकात करने के बाद वित्त मंत्रालय सुधार को लेकर रोडमैप तैयार करने पर विचार कर रहा है.