अडानी कनेक्शन, सैलरी से चार गुना ज्यादा कमाई... हिंडनबर्ग के निशाने पर आई सेबी चीफ माधबी बुच 84 करोड़ की मालकिन, कंसल्टेंसी फर्म से मोटा मुनाफा
Hindenburg Research Report on SEBI Chairperson: हिंडनबर्ग की इस ताजा रिपोर्ट में सेबी चीफ और उनके पति पर गंभीर आरोप लगे हैं. अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने बरमुडा और मॉरिशस के फंड में स्टेक लिया है.
Hindenburg Research Report on SEBI Chairperson: डेढ़ साल बाद हिंडनबर्ग का जिन्न एक बार फिर से जाग उठा है. इस बार निशाने पर कोई उद्योगपति या कंपनी नहीं बल्कि SEBI की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच हैं. हिंडनबर्ग ने लंबी-चौड़ी रिपोर्ट के साथ सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में सेबी चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर आरोपों की झड़ी लगा दी. उनपर अडानी स्कैम में इस्तेमाल किए गए ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी की बात कही ग.
सेबी चेयरपर्सन माधुवी पुरी बुच पर उठाए सवाल
हिंडनबर्ग की इस ताजा रिपोर्ट में सेबी चीफ और उनके पति पर गंभीर आरोप लगे हैं. अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने बरमुडा और मॉरिशस के फंड में स्टेक लिया है. उनपर आरोप लगाए गए कि अप्रैल 2017 से लेकर मार्च 2022 के बीच सेबी चेयरपर्सन रहते हुए माधबी पुरी बुच सिंगापुर की ऑफशोर कंसल्टिंग फर्म अगोरा पार्टनर की 100 फीसदी मालकिन रहीं. उन्होंने नियुक्ति के बाद फर्म का मालिकाना हक अपने पति धवल बुच को सौंप दिया. हिंडनबर्ग ने सेबी चेयरपर्सन पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्राइवेट ईमेल के जरिए अपने पति के नाम पर ऑफशोर फंड को मैनेज किया. उनपर हितों के टकराव की वजह से अडानी पर कार्रवाई न करने का आरोप लगा है.
पति को पहुंचाया फायदा: हिंडनबर्ग
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में सेबी प्रमुख पर पति को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. माधवी बुच के पति धवल बुच ब्लैकस्टोन में सीनियर एडवाइजर है. हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि माधवी बुच ने ऐसे रेगुलेटरी में बदलाव किए, जिससे ब्लैकस्टोन को फायदा हो. उन बदलावों ने रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs) को फायदा मिला, जिसमें ब्लैकस्टोन का बड़ा निवेश है.
सेबी चीफ की सैलरी से ज्यादा कमाई पर सवाल
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि माधबी पुरी बुच उनकी सैलरी के मुकाबले कमाई ज्यादा है. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि माधवी बुच एक कंसल्टिंग फर्म अगोरा एडवायजरी में 99 फीसदी हिस्सेदारी रखती हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में कंसल्टिंग से 1.98 करोड़ रुपये की कमाई की, जो माधबी पुरी बुच की सेबी की होल टाइम मेंबर की सैलरी का 4.4 गुना है.
कितनी अमीर है माधवी पुरी बुच
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में माधवी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी से जुड़े विदेशी फंड में हिस्सेदारी होने का आरोप लगाया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक IIFL के एक प्रिसिंपल फंड की घोषणा में बताया गया था कि माधवी पुरी बुत और उनके पति की कुल संपत्ति 1 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 83 करोड़ रुपये है. सेबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, उनकी ग्रॉस सैलरी 3,19,500 रुपए है.