Startup Mahakumbh Live: पीएम मोदी आज यानी 20 मार्च को स्टार्टअप महाकुंभ में संबोधित किया है. स्टार्टअप महाकुंभ, भारत का सबसे बड़ा और अपनी तरह का पहला स्टार्टअप आयोजन है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए हैं. यह महाकुंभ इंडियन स्टार्टअप इकोसिस्टम में काफी बदलाव लाएगा. इसके अलावा स्टार्टअप करने वालों को एक नया प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रहा है. 


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आइए आपको बताते हैं आज स्टार्टअप महाकुंभ में पीएम मोदी ने किन मुद्दों पर चर्चा की है-


स्टार्टअप महाकुंभ में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि, 'स्टार्टअप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं, राजनीति में तो ये बहुत ज्यादा होता है और बार बार लॉन्च करना पड़ता है. इसमें बस सिर्फ फर्क इतना है कि कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं, अगर एक लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं. 


>> भारत आज अगर Global Start-up space के लिए नई उम्मीद, नई ताकत बनकर उभरा है, तो इसके पीछे एक सोचा-समझा विजन रहा है. भारत ने सही समय पर सही निर्णय लिए हैं. सही समय पर Start-ups को लेकर काम शुरू किया.


>> देश ने स्टार्टअप इंडिया अभियान के तहत innovative ideas को एक प्लेटफॉर्म दिया, उनको फंडिंग के सोर्स से कनेक्ट किया है. शैक्षणिक संस्थानों में इनक्यूबेटर स्थापित करने का अभियान भी चलाया और उसकी बाल वाटिका के रूप में हमने 'अटल टिंकरिंग लैब' शुरू की. 


>> भारत को 11वें नंबर से 5वें नंबर की इकोनॉमी बना दिया है. इस जम्प में स्टार्टअप का अहम योगदान होगा. इसमें बहुत बड़ी भूमिका देश के नौजवानों की है.


>> Space के 50 से अधिक सेक्टर्स में भारत के स्टार्टअप्स बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. Already हमारे स्टार्टअप space shuttle लॉन्च करने लगे हैं.


>> पीएम मोदी ने कहा कि हमारे 45 प्रतिशत से ज्यादा स्टार्टअप का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं. इस ताकत का कोई अंदाज नहीं लगा सकता है. 


>> भारत में 1.25 लाख से अधिक स्टार्टअप मौजूद हैं. इनमें से 110 यूनिकॉर्न बन चुके हैं. 


>> भारत के युवाओं ने रोजगार मांगने वाले की बजाय रोजगार पैदा करने वाला बनने का रास्ता चुना है. 


>> भारत ने स्टार्टअप-20 के तहत दुनिया भर के स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक साथ लाने का प्रयास किया है. इसी भारत मंडपम में G-20 के Delhi Declaration में पहली बार स्टार्टअप को न सिर्फ include किया गया, बल्कि उन्हें natural engine of growth भी माना गया.


>> भारत को 11वें नंबर से 5वें नंबर की इकोनॉमी बना दिया है. इस जम्प में स्टार्टअप का अहम योगदान होगा. इसमें बहुत बड़ी भूमिका देश के नौजवानों की है.


>> मैंने सरकारी समस्याओं को देश के नौजवानों को दिया. हैकथॉन के जरिए देश के युवाओं ने जबरदस्त आइडिया दिए. देश के नौजवानों के करीब 70 से 80 प्रतिशत आइडिया को सरकार ने अपना लिया. 


कितने लोग हुए इस आयोजन में शामिल? 


यह आयोजन देश भर में 2000 से ज्यादा स्टार्टअप, 1000 से ज्यादा निवेशक, 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न, 300 से अधिक इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर, 3,000 से ज्यागा सम्मेलन प्रतिनिधि, 10 से ज्यादा देश के प्रतिनिधिमंडल, 3000 से ज्यादा भविष्य के उद्यमी और 50,000 से ज्यादा व्यावसायिक विजिटर्स की मेजबानी कर रहा है. इस आयोजन में सभी हितधारकों के बीच आगे बढ़ने और नेटवर्किंग पर अच्छी चर्चा देखी गई. 


कौन-कौन से राज्य हुए शामिल?


स्टार्टअप महाकुंभ में बिहार, राजस्थान, मेघालय, कर्नाटक और केरल सहित राज्यों के सहयोग के साथ ज़ेरोधा और नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) शामिल हैं. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), ज़ोमैटो और एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीजीसी) द्वारा संचालित, स्टार्टअप महाकुंभ में इस आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश राज्य पार्टनर स्टेट है.


दिल्ली के मंडपम में हो रहा आयोजन


यह स्टार्टअप महाकुंभ 18 मार्च से 20 मार्च तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है.