Suzlon Energy को एक बार फिर मिला बड़ा टेंडर, शेयर पर होगी नजर; एक साल में दिया है 63% का रिटर्न
Suzlon Energy: सुजलॉन ग्रुप को कर्नाटक में जिंदल रिन्यूएबल्स से 302.4 मेगावाट की अतिरिक्त पवन ऊर्जा परियोजना का ठेका मिला है. सुजलॉन को अक्टूबर में भी जिंदल रिन्यूएबल्स पावर से 400 मेगावाट पवन ऊर्जा का ठेका मिला था.
Suzlon Energy Share Price: देश की प्रमुख वाइंड एनर्जी कंपनी Suzlon Energy को एक बार फिर बड़ा ठेका मिला है. सुजलॉन समूह को कर्नाटक में जिंदल रिन्यूएबल्स से 302.4 मेगावाट की अतिरिक्त पवन ऊर्जा परियोजना का ठेका मिला है. सुजलॉन को अक्टूबर में भी जिंदल रिन्यूएबल्स पावर से 400 मेगावाट पवन ऊर्जा का ठेका मिला था.
सुजलॉन ग्रुप की ओर से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है, "सुजलॉन और जिंदल रिन्यूएबल्स की सब्सिडियरी कंपनी जेएसपी ग्रीन विंड1 ने कर्नाटक के कोप्पल क्षेत्र में अतिरिक्त 302.4 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजना के साथ अपनी साझेदारी का विस्तार किया है."
सुजलॉन ग्रुप के वाइस-चेयरमैन गिरीश तांती ने कहा, "यह सहयोग हमारे संयुक्त हरित इस्पात अभियान को आगे बढ़ाएगा, साथ ही 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से 50 प्रतिशत बिजली प्राप्त करने के भारत के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगा."
क्या करती है Suzlon Energy?
Suzlon Energy की स्थापना साल 1995 में तुलसी तांती द्वारा की गई थी और इसका मुख्यालय पुणे महाराष्ट्र में स्थित है. कंपनी पवन टरबाइन डिजाइन, निर्माण और संचालन में अग्रणी है, और वैश्विक स्तर पर अपने उत्पाद और सेवाएं प्रदान करती है.
Suzlon भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसके प्रयासों से पवन ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा मिला है, जिससे ऊर्जा उत्पादन के पारंपरिक तरीकों पर निर्भरता कम हुई है.
मार्केट कैप 454 लाख करोड़ रुपये के पार
भारतीय शेयर बाजार में चल रही तेजी के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मार्केट कैप एक बार फिर से 450 लाख करोड़ रुपये के ऊपर निकल गया है.
पिछले तीन कारोबारी सत्रों से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 4 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दे चुके हैं. इस दौरान बीएसई का मार्केटकैप 10 लाख करोड़ से भी ज्यादा बढ़ा है. मौजूदा समय में बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का मार्केट कैप 454 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक है.