Tata Group Deal: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI (AI partnership) की दुनिया में देश की दिग्गज कंपनियां आगे बढ़ रही हैं. रिलायंस (Reliance) के बाद अब टाटा ग्रुप (Tata Group) भी रेस में शामिल हो गया है. पहले अंबानी ने NVIDIA के साथ हाथ मिलाया था. अब टाटा ग्रुप भी इस कंपनी के साथ डील करने के लिए आगे बढ़ रहा है. 


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8 सितंबर को अंबानी ने किया था ऐलान
पहले 8 सितंबर को अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने यूएस-आधारित चिपमेकर NVIDIA (US-based chipmaker NVIDIA) के साथ साझेदारी की घोषणा के कुछ घंटों बाद, रिपोर्टे आई कि टाटा समूह उसी यूएस चिपमेकर के साथ एआई साझेदारी की घोषणा करने के लिए तैयार है. 
 
क्या है पार्टनरशिप का उद्देश्य?
रॉयटर्स के मुताबिक, ये डील जल्द ही हो सकती है. टाटा समूह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर अमेरिकी चिप कंपनी एनविडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान कर सकता है.फिलहाल अभी तक इसका अधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. बता दें इस पार्टनरशिप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर चिप को बढ़ावा दिया जाएगा. 


दोनों कंपनियों ने जारी किया बयान
आपको बता दें मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस और एनविडिया एआई की तरफ से पार्टनरशिप का ऐलान किया गया है. दोनों कंपनियों ने एक बयान में कहा कि कंपनियां AI स्ट्रक्चर बनाने के लिए मिलकर काम करेंगी जो आज भारत के सबसे तेज सुपरकंप्यूटर से भी अधिक शक्तिशाली है.


जियो के करोड़ों ग्राहकों को मिलेगा फायदा
इसके साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम यूनिट रिलायंस जियो के करोड़ों ग्राहकों के लिए एआई लैंग्वेज मॉडल और जेनरेटिव ऐप डेवलप करेंगी. साथ ही एनविडिया कम्प्यूटिंग पावर मुहैया कराएगी. 


क्या काम करती है एनवीडिया?
एनवीडिया की बात करें तो यह अमेरिकी चिप डिजाइनिंग और AI कंपनी है. इस कंपनी ने साल 2004 में भारत और जापान में अपना कारोबार शुरू किया था. भारत में इस कंपनी के केंद्र गुरुग्राम, हैदराबाद, पुणे और बैंगलोर में है. इस सेंटर पर इस समय फिलहाल 3800 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं.