Tata Grop: आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने टाटा समूह की कंपनियों के नेताओं से आक्रामक तरीके से ग्रोथ को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है. टाटा ग्रुप के CEO से उन्होंने साहसिक महत्वाकांक्षाओं और अवसरों का लाभ उठाने पर जोर देने के लिए कहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टाटा की प्रमुख कंपनियों के परिणाम मिले-जुले आए हैं, लेकिन कंपनी का फोकस फ्यूचर ग्रोथ पर है. टाटा ने हालिया कुछ सालों में सबसे ज्यादा निवेश  एयर इंडिया, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और टाटा डिजिटल में किया है.


मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने टाटा ग्रुप के सीईओ से घरेलू और वैश्विक बाजारों में बढ़ती अनिश्चितताओं के बावजूद आक्रामक रूप से विकास को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है. 


चेयरमैन ने CEO से क्या कहा?


अधिकारियों ने ईटी को बताया कि इंटरनल स्ट्रेटजी और बिनजेस रिव्यू के दौरान चंद्रशेखरन ने कंपनी के महत्वाकांक्षा पर जोर देते हुए कहा है कि मार्जिन को समय के साथ एडजस्ट किया जा सकता है, लेकिन ग्रोथ के अवसरों को तुरंत लपकना चाहिए.


चंद्रशेखरन ने कहा कि उन्होंने पर्याप्त पूंजी आवंटन के साथ महत्वाकांक्षी राजस्व लक्ष्य निर्धारित किए हैं. टाटा संस 375 अरब डॉलर वाले टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है. टाटा संस के अध्यक्ष का ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि ग्रुप की तेजी बनी रहे.


कंपनी के मुनाफे में आई कमी


 


हालांकि, टाटा संस की ओर से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है. कंपनी से जुड़े एक प्रमुख अधिकारी ने कहा है कि चेयरमैन का स्पष्ट मानना ​​है कि तिमाही नतीजे कोई बहाना नहीं हो सकता है और हमारा लक्ष्य स्केलेबल प्रोफिटेबल ग्रोथ पर होना चाहिए.


कंपनी के चेयरमैन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा पावर सहित 15 से अधिक कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में राजस्व में एकल अंक की वृद्धि दर्ज की है, जबकि कंपनियों का मुनाफा कम हो गया है.