hindustan aeronautics ltd News: पीएम मोदी ने शन‍िवार को बेंगलुरू में फाइटर जेट तेजस में पहली बार उड़ान भरी. इस दौरान उन्‍होंने ह‍िन्‍दुस्‍तान एयरोनॉट‍िक्‍स ल‍िम‍िटेड (HAL) का सफर भी क‍िया. इस दौरान उन्‍होंने एचएएल (HAL) की समीक्षा के दौरान तेजस जेट को भी पूरी तरह समझा. अक्‍टूबर के महीने में इंड‍ियन एयरफोर्स के बेड़े में पहला हल्का लड़ाकू विमान (LCA) तेजस, शामिल क‍िया गया. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 4 अक्टूबर को दो सीट वाले इस फाइटर जेट LCA तेजस को सौंपा है. आइए जानते हैं राफेल व‍िवाद से जुड़ने वाली HAL ने कैसे इस कंट्रोवर्सी से न‍िकलकर इत‍िहास रच द‍िया?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2250 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा शेयर


तेजस व‍िमान बनाने वाली कंपनी ह‍िन्‍दुस्‍तान एयरोनॉट‍िक्‍स ल‍िम‍िटेड (HAL) के शेयर में शुक्रवार को 4 प्रत‍िशत से ज्‍यादा की तेजी दर्ज की गई. कारोबारी सत्र के दौरान यह शेयर 94 रुपये चढ़कर 2241.95 रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान शेयर ने 2250 रुपये के ऑल टाइम हाई का र‍िकॉर्ड बनाया. शेयर का 52 हफ्ते का लो लेवल 1,150.50 रुपये का है. राफेल व‍िवाद में एचएएल का शेयर ग‍िरकर काफी नीचे आ गया था. इसके बाद से कंपनी ने र‍िकॉर्ड प्रॉफ‍िट दर्ज क‍िया है और शेयर भी र‍िकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है.


क्‍या था राफेल व‍िवाद?
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) वायु सेना, नौसेना और थल सेना के लिए फाइटर जेट, व‍िमान, हेलीकॉप्‍टर, मिसाइल और अन्य रक्षा उपकरणों बनाती है. यह देश की सबसे बड़ी रक्षा उपकरण बनाने वाली कंपनी है. 2016 में भारत सरकार की तरफ से फ्रांस की 'दसॉल्ट एविएशन' (Dassault Aviation) से 36 राफेल फाइटर जेट लेने का करार क‍िया. इसके तहत 18 विमान फ्लाई-ऑफ कंडीशन में होंगे. 18 विमान को भारत में एचएएल द्वारा बनाया जाएगा. इस एग्रीमेंट के बाद कांग्रेस ने घोटाले का आरोप लगाया.


एक व‍िमान की कीमत 1.26 लाख करोड़ रुपये
कांग्रेस का आरोप था क‍ि इसके तहत भारत को दसॉल्ट से एक व‍िमान 1.26 लाख करोड़ रुपये में खरीदना पड़ रहा है. लेक‍िन यद‍ि इसी व‍िमान को एचएएल से खरीदा होता तो यह 75000 करोड़ रुपये में म‍िल जाता. इसके सौदे के तहत एचएएल को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया गया. इस व‍िवाद के बाद नवंबर, 2018 में कंपनी का शेयर ग‍िरकर 395 रुपये तक आ गया था. सरकार की तरफ से सभी आरोपों को खारिज किया गया. सरकार ने बताया क‍ि इसमें क‍िसी तरह का घोटाला नहीं हुआ और यह देश के ल‍िए फायदेमंद समझौता है. एचएएल के पास राफेल व‍िमान बनाने की क्षमता नहीं है.


र‍िकॉर्ड मुनाफा
31 मार्च 2023 को खत्‍म हुए फाइनेंश‍ियल ईयर (FY 2022-23) में ह‍िन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्स का मुनाफा बढ़कर 26,500 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह कंपनी का अब तक का सबसे ज्‍यादा मुनाफा था. इससे पहले व‍ित्‍तीय वर्ष में कंपनी का मुनाफा 24,620 करोड़ रुपये था. इस दौरान कंपनी की ऑर्डर बुक बढ़कर करीब 82,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.


न‍िवेशक हुए मालामाल
नवंबर 2018 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का शेयर ग‍िरकर 395 रुपये पर आ गया था. अब यह शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में 2241.95 रुपये पर बंद हुआ. पांच साल से भी कम में इस शेयर ने करीब 470 परसेंट की बढ़त दर्ज की है. प‍िछले पांच साल में न‍िवेशकों को हुए फायदे को आप इस तरह से समझ सकते हैं. नवंबर 2018 में यद‍ि क‍िसी ने इस शेयर में एक लाख रुपये का न‍िवेश क‍िया होगा उसे तो कंपनी के 253 शेयर म‍िले होंगे. अगर इस न‍िवेश को बना रहने द‍िया होगा तो यह एक लाख का न‍िवेश बढ़कर 5.67 लाख रुपये हो गया है. यानी पांच साल में पांच गुने का फायदा.