दिल्ली: केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने पिछले महीने के बिजली खपत के आंकड़े जारी कर दिए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश की बिजली खपत फरवरी माह के दौरान 0.88 प्रतिशत बढ़कर 104.73 अरब यूनिट तक पहुंच गई. इसका सीधा-सीधा मतलब ये हुआ कि गर्मी का मौसम थोड़ा जल्दी आ गया है जिसकी वजह से लोगों ने जनवरी के मुकाबले फरवरी में ज्यादा बिजली उपकरणों का इस्तेमाल किया.


पिछले साल क्या थे आंकड़े


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ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक एक साल पहले यानि फरवरी 2020 में कुल बिजली खपत 103.81 अरब यूनिट रही थी जबकि मांग का आंकड़ा 176.38 गीगावाट था. इस बार ये आंकड़ा 6.7 फीसदी बढ़कर 188.15 गीगावाट तक पहुंच गया. हालांकि खपत बढ़ने से बिजली की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आई क्योंकि ऊर्जा मंत्रालय के पास पहले से ही पर्याप्त बिजली थी.


क्यों बढ़ गई खपत


जानकारों का मानना है कि इस बार गर्मी का मौसम बीते सालों के मुकाबले जल्दी आ गया है. इसके अलावा कोरोना काल से जैसे जैसे देश उबर रहा है, जिंदगी पटरी पर लौट रही है. इसका असर भी बिजली की खपत पर पड़ रहा है. ऊर्जा मंत्रालय की मानें तो जो हालात मौजूदा वक्त में हैं उनसे इस बार बिजली की खपत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती है.


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यूपी के उपभोक्ता ध्यान दें


अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो आपको सस्ती बिजली मिल सकती है. यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि आने वाले गर्मी के मौसम के लिए ऊर्जा मंत्रालय बिजली सप्लाई की पूरी तैयारी कर रहा है. इसके लिए सरकार ने 100 दिन का एक कार्यक्रम निर्धारित किया है. बिजली ये व्यवस्था अच्छी तरह से चल सके इसके लिए इलाकेवार नोडल अधिकारी भी बना दिए गए हैं. ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि अगर उपभोक्ता अच्छी बिजली सप्लाई चाहते हैं तो उन्हें भी बिजली का बिल वक्त पर अदा करके अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी. अगर उन्होंने ऐसा किया तो उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिल सकती है.


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