नई दिल्ली: DHFL Trading Suspended: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो ध्यान दें, दिवालिया हो चुकी कंपनी Dewan Housing Finance Corp (DHFL) के शेयरों में आज से ट्रेडिंग बंद हो गई है, देश के दोनों बड़े एक्सचेंज बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) ने अलग-अलग सर्कुलर जारी कर DHFL के शेयरों की ट्रेडिंग बंद हो जाने की जानकारी दी. DHFL के शेयरों की क्लोजिंग प्राइस 11 जून, 2021 ही को माना जाएगा. DHFL में ट्रेडिंग बंद होने का मतलब है कि निवेशक जिनके पास शेयर हैं वो इसे बेच नहीं पाएंगे और नए शेयर खरीदे भी नहीं जा सकेंगे.


सूचना के बावजूद होती रही ट्रेडिंग 


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BSE और NSE की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि DHFL ने 8 जून को एक्सचेंज को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की ओर से रिजोल्यूशन प्लान की मंजूरी के बारे में बताया था. जो कंपनी के इक्विटी शेयरों की डीलिस्टिंग के बारे में कहता है. NCLT की ओर से मंजूर किया गया रिजोल्यूशन प्लान DHFL के लिए पीरामल ग्रुप (Piramal Group) की एक सफल बोली है, जिसमें DHFL शेयरों की वैल्यू की परिकल्पना जीरो की गई थी, इसके बावजूद स्टॉक में ट्रेडिंग की इजाजत दी गई. 


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9 करोड़ शेयरों की डिलीवरी भी ली गई


DHFL के शेयरों में ट्रेडिंग की इजाजत इस पिछले सप्ताह के शुरुआत में दी गई थी, इसमें 10 परसेंट की बढ़ोतरी की भी इजाजत दी गई थी. NSE पर 14 करोड़ से ज्यादा शेयरों की ट्रेडिंग हुई और निवेशकों ने 8 जून को 9 करोड़ शेयरों की डिलीवरी ली, जिसकी वैल्यू 200 करोड़ रुपये पर बंद हुई. कंपनी की ओर से एक्सचेंजों को औपचारिक रूप से सूचित करने के बावजूद कि स्टॉक के इक्विटी शेयरों की कीमत जीरो है, स्टॉक की दोनों एक्सचेंज में शेयरों की ट्रेडिंग जारी रही. 9 जून को 50 लाख शेयरों की ट्रेडिंग हुई. मार्केट एक्सपर्ट्स की ओर से इसे लेकर प्रतक्रियाएं आईं, एक्सचेंजों से कहा गया कि निवेशकों को हितों को ध्यान में रखते हुए DHFL में जितनी जल्दी हो सके ट्रेडिंग बंद की जाए.


कंपनी पर 90,000 करोड़ का कर्ज़


DHFL एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है, जिसका मुख्य फोकस हाउसिंग फाइनेंस है, कंपनी 2019 के मध्य में मु्श्किलों में फंस गई. 2019 की जून में कंपनी के कमर्शियल पेपर्स को डाउग्रेड करके के D कर दिया गया, यानी डिफॉल्ट. कंपनी लगातार कई पेमेंट्स का डिफॉल्ट करती गई, और ये अनुमान है कि जब वो दिवालिया हुई तो उसके ऊपर कर्जदाताओं का 90,000 करोड़ रुपये बकाया था. नवंबर 2019 में ही रिजर्व बैंक ने DHFL IBC के तहत रिजोल्यून में डाल दिया. ये पहली फाइनेंस कंपनी होगी जिसे NCLT को भेजा गया है. 


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