Vistara Airlines Crisis: टाटा समूह की एयरलाइंस विस्तारा ( Vistara) मुश्किलों में है. बीतों दो दिनों में एयरलाइन ने 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल की हैं. दर्जनों फ्लाइट्स देरी से उड़ रही हैं. हफ्ते भर में विस्तारा की 110 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं तो वहीं 160 से ज्यादा विमान लेट हैं. बुधवार को भी विस्तारा ने 26 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी. विवाद जो भी ही, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान यात्रियों को हो रहा है. पैंसेजर्स परेशान हो रहे हैं. लोगों की तकलीफ को देखते हुए सरकार और डीजीसीए ने भी विस्तारा एयरलाइन ने रिपोर्ट मांग ली. टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस की पार्टनशिप वाली विमान विलय से पहले मुश्किल में फंस गई है. 


क्यों विस्तारा के विमान हो रहे हैं कैंसिल ? 


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विस्तारा एयरलाइन पायलटों की वजह से मुश्किल में है. बीते एक हफ्ते से 15 से अधिक पायलट्स ने इस्तीफा दे दिया है. ग्राउंड स्टाफ से लेकर पायलट छुट्टी पर चले गए हैं. स्टाफ और पायलट की कमी के चलते विमान कैंसिल हो रहे हैं. मजबूरी में विमान कंपनी को फ्लाइट्स में कटौती करनी पड़ी है. पायलटों की कमी के चलते फ्लाइट्स में देरी हो रही है. बता दें कि विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय होना है. विलय से पहले पायलट और स्टाफ में असंतोष है. मर्जर के बाद अपने वेतन और अपनी पोजिशन को लेकर वो चिंतित हैं.कर्मचारियों और पायलटों को डर सता रहा है कि विलय के बाद उनकी सैलरी में कटौती हो सकती है.  


विलय से पहले विस्तारा के पायलट क्यों कर रहे हैं विरोध ?


टाटा और सिंगापुर एयरलाइंन के पार्टनशिप वाली एयरलाइन विस्तारा का एयर इंडिया में विलय होने वाला है. वर्तमान में विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस की 51 फीसदी और टाटासंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो विलय के बाद एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25 फीसदी होगी. विलय से पहले विस्तारा के पायलट एक समान सैलरी और फ्लाइंग अलाउंस की मांग कर रहे हैं. पायलटों और कर्मचारियों के मन में आशंका है कि विलय के बाद उनकी सैलरी में कटौती हो सकती है. ऐसे में पायलट बीमारी का बहाना बना कर छुट्टी दे रहे हैं.  


क्या कर रही विस्तारा की मैनेंजमेंट  


विस्तारा एयरलाइंस के मैनेजमेंट ने इस समस्या से निपटने के लिए बुधवार को पायलटों के साथ वन टू वन मीटिंग की. पायलटों ने नए पेमेंट स्ट्रक्चर से इनकार कर दिया है. मैनेंजमेंट और पायलटों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. मैनेजमेंट की कोशिश है कि किसी तरह से उड़ानों को सामान्य किया जा सकें. वहीं DGCA ने विस्तारा एयरलाइंस ने कहा है कि वो फ्लाइट्स को लेकर रोज रिपोर्ट जमा कराए. अगर फ्लाइट कैंसिल होती है तो उन्हें समय पर रिफंड देने या वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था करने को कहा है.