एक्सिस बैंक-मैक्स लाइफ डील मामले में सेबी की नोटिस, कारण बताओ नोटिस भेज पूछे कई अहम सवाल
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एक्सिस बैंक-मैक्स लाइफ इंश्योरेंस डील मामले में नोटिस जारी किया है. सेबी ने एक्सिस बैंक को नोटिस भेजकर कारण पूछा है. प्राइवेट बैंक एक्सिस बैंक और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के बीच शेयरों को लेकर हुई डील मामले में कारण बताओ नोटिस भेजा है.
Axis Bank-Max Life Deal: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एक्सिस बैंक-मैक्स लाइफ इंश्योरेंस डील मामले में नोटिस जारी किया है. सेबी ने एक्सिस बैंक को नोटिस भेजकर कारण पूछा है. प्राइवेट बैंक एक्सिस बैंक और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के बीच शेयरों को लेकर हुई डील मामले में कारण बताओ नोटिस भेजा है. सेबी ने एक्सिस बैंक और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में हिस्सेदारी खरीदने मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.
सेबी ने भेजा नोटिस
एक्सिस बैंक और उसकी सहायक कंपनियों को मैक्स लाइफ में हिस्सेदारी खरीदने के मामले में सेबी की ओर से भेजे गए नोटिस में कई सवाल पूछे गए हैं. सेबी ने प्राइसिंग, वैल्युएशन को लेकर सवाल पूछा है और नोटिस का जवाब मांगा है. इस नोटिस में डील से जुड़े मु्द्दों पर सवाल पूछा गया है. एक्सिस मैक्स डील में मार्केट रेगुलेटमर ने डील से फेयर मार्केट वैल्यू न होने पर सवाल उठाया गया है.बता दें कि इस डील को लेकर सेबी दो सालों से जांच कर रही है. इस डील की प्राइसिंग को लेकर IRDAI ने साल 2022 में ही आरबीआई को अलर्ट किया था. इसी मामले में अक्टूबर 2022 में आईआरडीएआई ने एक्सिस बैंक पर जुर्माना भी लगाया था.
डील पर सवाल
सेबी ने सवाल किया है कि इस डील के 10-11 दिन के भीतर हुए खरीद बिक्री के भाव में इतना अंतर कैसे आया? वहीं ये भी पूछा गया है कि मैक्स फाइनेंशियल के शेयरहोल्डर्स के हित में डील कैसे मानी जाए? सेबी ने सवाल किया कि डील में एक्सिस बैंक और ग्रुप को फायदा क्यों पहुंचाया गया? सेबी की नोटिस के बाद अब सभी पक्ष इस मामले में अपने-अपने जवाब दाखिल करेंगे . बता दें कि इसी साल एक्सिस बैंक ने मैक्स लाइफ में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 19.99 फीसदी कर दी. इसके लिए बैंक ने 336 करोड़ रुपये खर्च किए थे.