2024 खत्म होने से पहले भारत को मिला एक और सितारा, 46वें रैंक के प्लेयर ने नंबर-3 को किया चेकमेट
Advertisement
trendingNow12581959

2024 खत्म होने से पहले भारत को मिला एक और सितारा, 46वें रैंक के प्लेयर ने नंबर-3 को किया चेकमेट

Aravindh Chithambaram vs Hikaru Nakamura: साल 2024 के समाप्त होने से ठीक पहले भारत को शतरंज (CHESS) में एक और खुशखबरी मिली. डी गुकेश के विश्व शतरंज चैंपियन बनने और कोनेरू हम्पी के विश्व रैपिड शतरंज खिताब जीतने के बाद अब भारतीय ग्रैंडमास्टर अरविंद चिदंबरम ने कमाल कर दिया.

2024 खत्म होने से पहले भारत को मिला एक और सितारा, 46वें रैंक के प्लेयर ने नंबर-3 को किया चेकमेट

Aravindh Chithambaram vs Hikaru Nakamura: साल 2024 के समाप्त होने से ठीक पहले भारत को शतरंज (CHESS) में एक और खुशखबरी मिली. डी गुकेश के विश्व शतरंज चैंपियन बनने और कोनेरू हम्पी के विश्व रैपिड शतरंज खिताब जीतने के बाद अब भारतीय ग्रैंडमास्टर अरविंद चिदंबरम ने कमाल कर दिया. उन्होंने न्यूयॉर्क में आयोजित विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप के तीसरे दौर में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा पर जीत हासिल ली. नाकामुरा दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी हैं और अरविंद ने उनके खिलाफ उलटफेर कर दिया.

चिदंबरम की ऐतिहासिक जीत

इस टूर्नामेंट में शीर्ष 40 से बाहर की वरीयता प्राप्त चिदंबरम नाकामुरा के खिलाफ सफेद मोहरों से बढ़त हासिल करने में सफल रहे. हालांकि, शतरंज का 3 मिनट का ब्लिट्ज संस्करण क्लासिकल की तुलना में अधिक उतार-चढ़ाव वाला इवेंट है. नाकामुरा को शॉर्ट टाइम कंट्रोल में सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक माना जाता है. अरविंद की नाकामुरा पर जीत भारतीय ग्रैंडमास्टर्स के लिए दिन का सबसे शानदार परिणाम साबित हुई. वह अगले ही दौर में अपने हमवतन अर्जुन एरिगैसी से हार गए.

ये भी पढ़ें: नए साल पर इस महान खिलाड़ी का करियर होगा खत्म? सिडनी टेस्ट के बाद टूटेगा करोड़ों फैंस का दिल

वायरल हो गया वीडियो

खेल के अंत में शेयर किए गए वीडियो में नाकामुरा की निराशा साफ देखी जा सकती है, जिसमें उन्हें अरविंद के साथ एंडगेम में कुछ मूव्स पर चर्चा करते हुए भी देखा जा सकता है. उनकी जीत ने उन्हें टूर्नामेंट की शुरुआत में 3.0/3 पर पहुंचा दिया, लेकिन अगले दो गेम हारने का मतलब था कि वे लगभग प्रतियोगिता से बाहर हो गए. इरिगैसी टूर्नामेंट में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद थे, लेकिन फैबियानो कारुआना से हार ने उनकी उम्मीदों को खत्म कर दिया. ओपन सेक्शन में कोई भी भारतीय क्वालीफ़ाई नहीं कर पाया, जिसमें प्रग्गनंधा का 7.5/11 सर्वोच्च स्कोर रहा.

 

 

ये भी पढ़ें: ​ 'माफिया ने मेरा करियर...', विवादों में चेस चैंपियनशिप, मैग्नस कार्लसन को मिली छूट तो भड़का यह स्टार

बाहर हो गईं कोनेरू हम्पी

महिलाओं के ड्रॉ में अच्छी खबर यह रही कि वैशाली रमेशबाबू ने पूरे दिन अपना दबदबा बनाए रखा और 9.5/11 के साथ शीर्ष स्थान पर रहते हुए नॉकआउट के लिए क्वालीफाई किया. रैपिड चैंपियन कोनेरू हम्पी नॉकआउट क्वालीफिकेशन के लिए कट-ऑफ से एक स्थान नीचे रहकर बाहर हो गईं.

Trending news