Ramzan Inflation: ₹300 का प्याज, ₹200 का केला...मीठी ईद से पहले महंगाई की कड़वाहट! समझिए क्या है रमजान इन्फ्लेशन
What is Ramzan Inflation: रमजान के शुरू होते ही खाने-पीने की चीजों, फल-सब्जियों की कीमतें बढ़ने लग जाती है. दुनियाभर के मुसलमान इस इंफ्लेशन को महसूस कर रहे है. सबसे बुरा हाल पाकिस्तान का है.
Ramzan Inflation: चांद के दीदार के साथ ही आज से रमजान (Ramzan) के पाक महीने की शुरुआत हो गई है. रमजान के शुरू होते ही बढ़ती महंगाई ने सहरी और इफ्तार में किफायत करने के लिए मजबूर कर दिया है. रमजान के पाक महीने में दुनियाभर के मुसलमान बढ़ी हुई महंगाई को झेलने के लिए मजबूर है. रमजान के शुरू होते ही फल-सब्जियों, ड्राई फ्रूट्स जैसी चीजों की कीमत बढ़ गई है. डिमांड बढ़ने के साथ ही कीमतों में इजाफा कोई नई बात नहीं है, लेकिन पाकिस्तान जैसे मुल्क के लिए यह दोहरा झटका है. खस्ताहाल इकोनॉमी, भारी कर्ज के चलते पाकिस्तान में पहले से ही महंगाई चरम पर है. रमजान के शुरुआत के साथ ही वहां खाने-पीने की चीजों की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. हालांकि ये पहली बार नहीं है. हर साल रमजान से पहले खाने-पीनें और रमजान में इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमत बढ़ जाती है. आइए इस रमजान इन्फ्लेशन को समझते हैं.
पाकिस्तान में खाने-पीने की चीजों की कीमत में तेजी
रमजान का महीना शुरू होते ही पाकिस्तान में खाने-पीने की चीजों की कीमत बढ़ने लगी है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में खाद्य महंगाई दो से तीन गुना तक बढ़ गई है. प्याज की कीमत ने तो रोने पर मजबूर कर दिया है. पाकिस्तान में प्याज के दाम 300 पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गए हैं. वहीं आलू 80 रुपये किलो बिक रहा है. शिमला मिर्च की कीमत 200 रुपये किलो तक पहुंच गई है. रमजान का महीना शुरू होते ही फलों की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गई है. केला 200 रुपये प्रति दर्जन, सेब 200 रुपये प्रति किलोग्राम, खरबूजों के दाम 200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है.
60 फीसदी तक बढ़ चुकी कीमत
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डिमांड बढ़ने से खाने-पीने की चीजों की कीमत बढ़ने लगी है. पाकिस्तान में लंबे वक्त से मुद्रास्फीति दर 31.5 फीसदी पर बनी हुई है. रमजान में इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजों की कीमत 60 फीसदी तक बढ़ चुकी है. सब्जी, तेल, घी, मीट, अंडे, दाल, चीनी की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है .
पाक महीने रमजान में कितने का कारोबार
पाकिस्तान ही नहीं रमजान के शुरू होते ही भारत में भी खाने-पीने की चीजों की कीमत बढ़ने लगी है. फैनी, बूंदी, रिफाइंड और सरसों तेल, फल-सब्जियां,
ईरान और सऊदी अरब की खजूर की कीमत बढ़ गई है. खजूर की कीमत 250 से लेकर ढाई हजार रुपए किलो तक पहुंच गई है. रमजान के इस पाक महीने में देश भर में हजारों करोड़ का बिजनेस होता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रमजान में 17-20 हजार करोड़ का कारोबार होने का अनुमान है. रमजान में फल-सब्जी, अनाज के अलावा इत्र, मिठाई, बेकरी, मेवा, होटल, गारमेंट और टूअर एंड ट्रेवल के बिजनेस में तेजी देखने को मिलती है.
मुंबई में रोज 200 तो हैदराबाद में 800 करोड़ का कारोबार
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रमजान के महीने में सिर्फ हैदराबाद में हलीम का कारोबार 800 करोड़ से अधिक पर पहुंच जाता है. आपको बता दें कि हलीम रमज़ान के वक्त बनाई जाती है. वहीं मुंबई में रमजान के मौके पर रोज 200 करोड़ का कारोबार होता है,. देश-दुनिया के व्यापारी मुंबई आते हैं और रमजान में इस्तेमाल होने वाली चीजों की बिक्री करते हैं.