Inflation Calculator in Hindi: ऐसा कहा जाता है कि इस दुनिया में परिवर्तन ही एकमात्र स्थिर चीज है और यह महंगाई और पैसों के लिए भी सटीक बैठता है. महंगाई घटने और बढ़ने के कारण रुपये की वैल्यू भी साल-दर-साल अलग होती है. यानी आज अगर आप कोई वस्तु जिस राशि से खरीद सकते हैं ऐसा संभव है कि आप भविष्य में उस राशि से नहीं खरीद पाएंगे.


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यदि महंगाई अधिक है तो आपके पैसे का वैल्यू कम हो जाता है जिसका अर्थ है कि आप उसी राशि से कम खरीदारी कर पाएंगे. इसके विपरीत अगर महंगाई कम है तो आपके पैसे का वैल्यू बढ़ जाएगा जिससे आप अधिक खरीदारी कर सकेंगे.


अगर पुराने रिकॉर्ड देखें तो साल 2010 में महंगाई 12 प्रतिशत पहुंच गई थी. 2016 से महंगाई कम होना शुरू हुई वर्तमान में महंगाई लगभग 4 प्रतिशत है. हालांकि, कोविड महामारी के बाद महंगाई दर 6 फीसदी से अधिक हो गई थी. 


1 लाख रुपये की वैल्यू क्या होगी?


वर्तमान महंगाई दर और RBI द्वारा निर्धारित महंगाई दर जो कि 2 प्रतिशत टोलेरेंस रेंज के साथ 4 प्रतिशत ही है. अगर इसी महंगाई दर पर रुपये का वैल्यू निकालें तो आज 1 लाख रुपये का मूल्य 20 साल के बाद घटकर लगभग 45800 रुपये हो जाएगा. इसका मतलब यह हुआ कि आज 1 लाख रुपये में जो वस्तु खरीदी जा सकती हैं वह महंगाई के बढ़ते प्रभाव के कारण 20 साल बाद केवल 45,800 रुपये के बराबर होगा.


40 साल बाद सिर्फ 12 हजार रह जाएगी वैल्यू


इसी महंगाई दर से अगर 30 साल बाद की गणना करें तो यह 1 लाख रुपये का वैल्यू घटकर लगभग 23,500 रुपये हो जाएगा. वहीं, 40 साल बाद 1 लाख रुपये की वैल्यू घटकर 12,100 रह जाएगी. इसका सार यह है कि महंगाई पैसे की वैल्यू को प्रभावित करती है.