देश के किस राज्य के पास है सबसे ज्यादा GI TAG? जवाब कर देगा हैरान
Which state of India has most GI tags: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) को दी जा रही सहायता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.
Which state of India has most GI tags: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) को दी जा रही सहायता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि यदि ऑनलाइन पंजीकरण के बाद कोई एमएसएमई यूनिट आपदा का शिकार होती है, तो राज्य सरकार की ओर से उसे 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. यह कदम राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने और व्यवसायों को सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.
सीएम योगी ने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश में फ्लैटेड फैक्ट्रियों और निजी क्षेत्रों में औद्योगिक पार्कों का निर्माण तेजी से हो रहा है, जिससे राज्य की औद्योगिक विकास की दिशा में सकारात्मक प्रगति हो रही है. उन्होंने ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) योजना की सफलता की ओर भी इशारा किया और कहा कि यूपी के पास 75 से अधिक जीआई (भौगोलिक संकेत) टैग हैं, जो प्रदेश के उत्पादों की गुणवत्ता और विशिष्टता को दर्शाते हैं.
योगी ने कहा, "प्रोत्साहन के अभाव में जो उत्पाद दम तोड़ रहे थे, आज उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है. यूपी के विभिन्न सेक्टरों में भी कई विकास कार्य हुए हैं. यूपी का जो प्रोडक्शन है, उन्हें शोकेस का अवसर यूपीआईटीएस (उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो) उपलब्ध करा रहा है."
इस ट्रेड शो में ओडीओपी के तहत विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया गया. उदाहरण के लिए, अलीगढ़ के प्रसिद्ध ताले और बांदा के शजर पत्थर को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया. शजर पत्थरों की खासियत यह है कि इनमें प्राकृतिक रूप से विभिन्न चित्रकारी होती है. ये पत्थर केवल भारत की दो नदियों, केन और नर्मदा में पाए जाते हैं. अरब देशों में इसे हकीक कहा जाता है, जबकि भारत में इसे स्फटिक के नाम से जाना जाता है.
अलीगढ़ के ताले के स्टॉल पर फैशनेबल और मजबूत तालों की प्रदर्शनी देखने को मिली, जो नए डिजिटल तालों को भी चुनौती देते दिख रहे थे. जीआई सर्टिफाइड इन तालों में ब्रिटिश काल के ताले भी शामिल थे, जिन्हें देखकर हर कोई यही कह रहा था कि "हाईटेक जमाने में ओल्ड इज गोल्ड" पर विश्वास अभी भी कायम है.
इस इंटरनेशनल ट्रेड शो में लगे सभी स्टॉल पर उपस्थित व्यापारियों को अपने उत्पादों को लेकर काफी उम्मीदें हैं. उनका मानना है कि आने वाले दिनों में उनके व्यापार को बड़ा बढ़ावा मिलेगा और देश-विदेश में उत्तर प्रदेश के हर जिले के ओडीओपी प्रोडक्ट को सराहा जाएगा. यह आयोजन व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और उत्तर प्रदेश के उद्यमियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)