कौन है पाकिस्तान का वो अरबपति कारोबारी? जिसके चक्कर में बुरे फंस गए इमरान खान
Imran Khan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री पर सुलह-समझौते से जुड़ी जानकारी छिपाकर कैबिनेट को गुमराह करने का आरोप है. निपटान समझौते के तहत मिले पैसे को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाना था.
Malik Riaz Net worth: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे. स्पेशल कोर्ट ने गोपनीय दस्तावेज लीक मामले में इमरान के खिलाफ जेल में ही मुकदमा जारी रखने की बात कही है. दूसरी तरफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की टीम ने अदियाला जेल में इमरान खान से मुलाकात की. इस दौरान उनसे अल-कादिर ट्रस्ट मामले में उन पर लगे आरोपों के बारे में पूछताछ की गई. इमरान खान और उनकी पत्नी पर 50 अरब पाकिस्तानी रुपये (PKR) को वैध बनाने के लिए बहरिया टाउन लिमिटेड से अरबों रुपये और सैकड़ों कनाल जमीन हासिल करने का आरोप है.
भूमि के अवैध अधिग्रहण से जुड़ा मामला
यह पूरा मामला अल कादिर यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए भूमि के अवैध अधिग्रहण से जुड़ा है. इसमें रियल एस्टेट कारोबारी मलिक रियाज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यूके की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (NCA) के जरिये 140 मिलियन पाउंड की वसूली में गैरकानूनी लाभ शामिल है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री पर सुलह-समझौते से जुड़ी जानकारी छिपाकर कैबिनेट को गुमराह करने का आरोप है. निपटान समझौते के तहत मिले पैसे को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाना था. ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने पाकिस्तानी कारोबारी रियाज मलिक से वसूलने के बाद पाकिस्तान ट्रांसफर किया था.
57 एकड़ जमीन गिफ्ट में दी थी
खान उस समय प्रधानमंत्री थे और उन्होंने इस रकम को राष्ट्रीय कोषागार में जमा करने की बजाय कारोबारी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा उस पर लगाए गए 450 अरब रुपये के जुर्माने के आंशिक भुगतान के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दी. कारोबारी रियाज मलिक ने इसके बदले खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा गठित ट्रस्ट को पंजाब के झेलम में अल-कादिर यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 57 एकड़ जमीन उपहार में दी थी. मामले में खान की पत्नी बुशरा बीबी भी आरोपी हैं.
बुशरा बीबी अल-कादिर यूनिवर्सिटी की ट्रस्टियों में से एक
बुशरा बीबी को भेजे एनएबी के पूर्व के नोटिस में कहा गया ‘अवैध रूप से और बेईमानी से किए गए इस अहसान के बदले ‘बहरिया टाउन लिमिटेड’ ने अल-कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट, जिसमें आप (बुशरा बीबी) न्यासियों में से एक हैं, को दान की आड़ में 458 कनाल भूमि, 28.5 करोड़ रुपये, इमारतें और अन्य प्रकार के भौतिक और मौद्रिक लाभ दिए. आपने बहरिया टाउन के साथ दान की पावती पर हस्ताक्षर किए.’ आइए जानते हैं कौन है कारोबारी मलिक रियाज जिसके कारण इमरान खान मुसीबत में फंसे हैं?
कौन हैं मलिक रियाज
अल-कादिर ट्रस्ट घोटाले में गिरफ्तार इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर मलिक रियाज ने ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि इमरान ने पीएम रहते हुए उनकी करोड़ों की जमीन हड़प ली थी. 70 साल के रियाज मलिक रियल एस्टेट कंपनी ‘बहरिया टाउन लिमिटेड’ के संस्थापक और चेयरमैन हैं. इस कंपनी का कारोबार पूरे पाकिस्तान में फैला है. पाकिस्तान के हर बड़े शहर कराची, लाहौर, रावलपिंडी और इस्लामाबाद में कंपनी का कारोबार फैला है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रियाल के पास करीब 12500 करोड़ रुपये (भारतीय रुपये) की दौलत है. उनका रियलएस्टेट के अलावा एजुकेशन, हॉस्पिटेलिटी और हेल्थ केयर का कारोबार है. 1980 के दशक में उन्होंने एक कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम शुरू किया था. 1995 में उनकी कंस्ट्रक्शन कंपनी हुसैन ग्लोबल ने पाकिस्तानी नौसेना के साथ करार किया. रियाज की पाकिस्तान के सियासी गलियारों में भी अच्छी पकड़ है.