Anil Ambani: कर्ज में डूबे अनिल अंबानी के दिन बदलने लगे हैं. बीते कुछ दिनों से अनिल अंबानी की कंपनी तरक्की की ओर बढ़ने लगी है. कर्ज का बोझ कम होने लगा है तो वहीं शेयरों में जान लौट आई है. अनिल अंबानी के लिए 1 अक्टूबर की तारीख बेहद खास है. आने वाली पहली तारीख को अनिल अंबानी की कंपनी की दिशा और दशा दोनों तय होंगे. 


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अनिल अंबानी के लिए क्यों खास है 1 अक्टूबर की तारीख  


1 अक्टूबर को अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक होने वाली है.  अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की बोर्ड मीटिंग में लॉग टक्म फाइनेंशियल रिसॉर्सेस जुटाने पर फैसला और मंजूरी हो सकती है. कंपनी पर कर्ज का बोझ कम हो रहा है. अब कंपनी विस्तार पर फोकस कर रही है. कारोबार के विस्तार से लिए फंड जुटाने की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है. इससे पहले 19 सितंबर को हुई बोर्ड मीटिंग के बाद, कंपनी अब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से फंड जुटाने पर फोकस कर रही है.  


क्या है अनिल अंबानी की रणनीति 


कंपनी फंड जुटाने के लिए अलग-अलग रणनीति अपना सकती है. 1 अक्टूबर को होने वाली बैठक में इन सबपर चर्चा और मंजूरी मिलेगी. माना जा रहा है कि कंपनी फंड जुटाने के लिए इक्विटी शेयरों, इक्विटी-लिंक्ड सिक्योरिटीज या  इक्विटी शेयरों में खंटर्टिबल वारंज जारी करके फंड जुटा सकता है.  कंपनी की ओर से जानकारी दी गई थी कि उसने अपना कर्ज 80 फीसदी तक कं कर लिया है, जिसके बाद से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में जान लौट आई है. आर इंफ्रा के शेयर बीते कई हफ्तों से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. कंपनी ने अब तक 3831 करोड़ रुपये का कर्ज चुका लिया है. जिसकी वजह से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. रिलायंस इंफ्रा के शेयर साल से शुरुआत से अब तक 54 फीसदी तक चढ़ चुके हैं.