कर्मचारियों को सालों से फ्री में खाना दे रही कंपनी, अब पता चली इसके पीछे की सच्चाई; CEO ने खुद किया खुलासा
Work-life balance: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि कंपनी के कर्मचारी को ऑफिस में क्यों फ्री में खाना दिया जाता है.
Google: अपनी फ्लेक्सिबल वर्क पॉलिसी के लिए जानी जाने वाली कंपनी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि कंपनी के कर्मचारी को ऑफिस में फ्री में खाना क्यों दिया जाता है.
कर्मचारियों को दिए जाने वाले फ्री मील को लेकर अल्फाबेट के सीईओ ने कहा कि कंपनी से जुड़े कई बेहतरीन और इनोवेटिव आइडिया इनफॉर्मल डिस्कशन में आए हैं. ऐसे निर्णय कंपनी में रचनात्मकता को बढ़ावा देता है और एक कम्यूनिटी के निर्माण करने में मदद करता है.
उन्होंने कहा कि एम्पलॉय फ्रेंडली बेनिफिट्स और इनिशिएटिव शुरू करने से वर्कप्लेस की मोबिलिटी पर प्रभाव पड़ता है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इससे लाभ किए गए खर्च से कहीं अधिक है.
कर्मचारी को आकर्षित करती है कंपनी
सुंदर पिचाई ने आगे कहा कि Google में 1,82,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. गूगल सिर्फ फ्री मील देकर ही नहीं बल्कि, अन्य कई तरह की बेहतरीन सुविधाएं देकर एम्पलॉय को अपनी ओर आकर्षित करता है.
गूगल के कर्मचारी को फुल पैकेज हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा भी जाती है. जिसमें मेडिकल, डेंटल और विजन कवरेज और ऑन-साइट फिटनेस सेंटर भी शामिल होता है. इसके अलावा कंपनी एम्पलॉय को आकर्षक सैलरी पैकेज, रिटायरमेंट प्लानिंग और स्टॉक ऑप्शन भी देती है.
90 प्रतिशत उम्मीदवारों ने एक्सेप्ट किया ऑफर लेटर
पिचाई ने आगे कहा कि जितने उम्मीदवारों को कंपनी ने ऑफर लेटर दिया है उनमें से लगभग 90 प्रतिशत उम्मीदवारों ने ऑफर लेटर एक्सेप्ट किया. कंपनी फ्लेक्सिबल वर्किंग आवर और रिमोट वर्क का भी ऑप्शन देती है. इसके अलावा कंपनी वेकेशन हॉलीडे और पेरेंटल लीव का भी पैसा देती है. उन्होंने कहा कि कंपनी प्रोफेशनल ग्रोथ, ट्रेनिंग प्रोग्राम और कैरियर एडवांसमेंट के लिए भी सपोर्ट करती है.
उन्होंने आगे कहा, "जब हम नई नियुक्तियां कर रहे होते हैं कंपनी का विजन पूरी तरह स्पष्ट होता है. यदि आप इंजीनियरिंग में हैं तो हम बहुत अच्छे प्रोग्रामर की तलाश में रहते हैं. ऐसे लोग जो कंप्यूटर साइंस को अच्छी तरह से समझते हैं और सीखने के लिए तैयार रहते हैं."