Tobacco: दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते मामलों के बीच धूम्रपान कैंसर से संबंधित सभी मौतों का 30 प्रतिशत और फेफड़ों के कैंसर से होने वाली 80 प्रतिशत मौतों का कारण बनता है.यह मनुष्यों में 12 से अधिक प्रकार के कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है. शरीर पर कई प्रकार के हानिकारक प्रभावों के बावजूद धूम्रपान अत्यधिक प्रचलित है. जिसके कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन हर साल 31 मई को तंबाकू विरोधी दिवस मनाता है, जिसे विश्व तंबाकू निषेध दिवस भी कहा जाता है.


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विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हम आपको बताने वाले हैं उन कंपनियों के बारे में जो कि सिगरेट बेचती हैं. सिगरेट से लोगों को नुकसान जरूर होता है लेकिन फिर भी इन कंपनियों का मुनाफा करोड़ों में हैं. आइए जानते हैं इन कंपनियों के बारे में...


आईटीसी
भारत में आईटीसी कंपनी का कारोबार काफी है. अलग-अलग सेक्टर में फैला आईटीसी का कारोबार तंबाकू सेक्टर में भी काफी फैला हुआ है और इस सेक्टर में आईटीसी का दबदबा माना जाता है. तंबाकू बेचकर आईटीसी हर साल करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाती है. फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 482097 करोड़ रुपये का है. बता दें कि 1910 में शुरुआत हुई इस कंपनी का पहले नाम Imperial Tabacco था. उसके बाद 1970 में इसका नाम इंडिया टोबैको हुआ. फिर 1974 में इसका नाम ITC रख दिया गया.


गॉडफ्रे फिलिप्स
गॉडफ्रे फिलिप्स नाम के एक विदेशी ने इस कंपनी की शुरुआत लंदन में 1944 में की थी. इसके भारत के कारोबारियों ने खरीद लिया. कंपनी भी हर साल करोड़ों में मुनाफा कमाती है.


वीएसटी इंडस्ट्रीज
साल 1930 वीएसटी इंडस्ट्रीज की शुरुआत हुई थी. कंपनी वजीर सुल्तान ने शुरू की थी. Vazir Sultan Tobacco Company Limited नाम भी वजीर के नाम पर ही रखा गया. कंपनी हैदारबाद से चलती है. 


एनटीसी इंडस्ट्रीज
साल 1931 में कंपनी शुरू हुई थी. कोलकाता में इसका मुख्यालय है. इस कंपनी का कुल मार्केट 92 करोड़ रुपये का है.


गोल्डन टोबैको लिमिटेड
डालमिया ग्रुप गोल्डन टोबैको के तहत सिगरेट बेचती है. सिगार भी यह कंपनी बनाती है.


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