CGBSE Exam: छत्तीसगढ़ बोर्ड साल में दो बार कराएगा 10वीं 12वीं के बोर्ड एग्जाम
Chhattisgarh Board Exam 2024: वे छात्र, जो सभी सब्जेक्ट में फेल हो गए हैं, सप्लीमेंट्री आई हैं या एबसेंट रहे हैं और जो छात्र अपने ग्रेड (सभी सब्जेक्ट में) में सुधार करना चाहते हैं, वे दूसरी परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे.
CGBSE 10th 12th Board Exams 2024: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीजीबीएसई), रायपुर ने आज घोषणा की कि कक्षा 10 और 12 के लिए राज्य बोर्ड परीक्षाएं जल्द ही साल में दो बार आयोजित की जाएंगी. सीजीबीएसई ने राज्य सरकार के साथ डिटेल बैठक के बाद यह आदेश जारी किया. हालांकि, विभाग ने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि बोर्ड परीक्षा पैटर्न में बदलाव आने वाले एकेडमिक ईयर से लागू होगा या अगले एकेडमिक ईयर से. इस पर फैसला होना अभी बाकी है.
आधिकारिक गाइडलाइन के मुताबिक, पहली परीक्षा मार्च में और दूसरी परीक्षा जून-जुलाई में आयोजित की जाएगी. हालांकि, केवल पहली परीक्षा में रजिस्टर्ड स्टूडेंट ही दूसरी परीक्षा का आवेदन फॉर्म भरने के पात्र होंगे लेकिन सब्जेक्ट में बदलाव स्वीकार नहीं किया जाएगा.
वे छात्र, जो सभी सब्जेक्ट में फेल हो गए हैं, सप्लीमेंट्री आई हैं या एबसेंट रहे हैं और जो छात्र अपने ग्रेड (सभी सब्जेक्ट में) में सुधार करना चाहते हैं, वे दूसरी परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे. जो स्टूडेंट्स सभी सब्जेक्ट में पास हुए हैं वे दूसरे एग्जाम में एक या अधिक सब्जेक्ट में नंबर सुधार के लिए फॉर्म भरने के पात्र होंगे. ऑपर्चुनिटी टेस्ट की बाकी स्कीम वैसी ही रहेगी.
यह केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की घोषणा के कुछ दिनों बाद आया है कि छात्रों को एकेडमिक सेशन 2025-26 से साल में दो बार कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में बैठने का ऑप्शन मिलेगा. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने यह घोषणा छत्तीसगढ़ में पीएम श्री (प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना शुरू करते समय की, जिसके तहत राज्य के 211 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा.
बोर्ड परीक्षा में छात्रों की संख्या हुई कम
आपको बता दें कि साल 2024 में 1 मार्च से छत्तीसगढ़ में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा (CG Board Exam) शुरू होगी. इस साल बोर्ड परीक्षा में करीब सवा छह लाख छात्र परीक्षा देंगे. प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के लिए 2,400 से ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. पिछली बार की तुलना में छात्रों की संख्या इस बार कम हुई है.