Navodaya Vidyalaya: देश का वो टॉप स्कूल जिसमें बच्चे को पढ़ाना हर मां बाप का होता है सपना, जानिए सब कुछ
Jawahar Navodaya Vidyalaya: सभी पेरेंट्स ये चाहते हैं कि वो अपने बच्चे को आधुनिक सुविधाओं से संपन्न स्कूल में एजुकेशन दिलवाएं, लेकिन एक अच्छे स्कूल को चुनना अभिभावकों के आसान नहीं होता है. इस वजह से आज आपको देश के उस टॉप सरकारी स्कूल के बारे में बताते हैं, जहां अपने बच्चे को पढ़ाना लोगों का सपना होता है.
Top Government School: जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya) को देश का सबसे बेहतरीन सरकारी स्कूल माना जाता है. इसकी सबसे वजह है यहां मिलने वाली क्वालिटी एजुकेशन. वहीं यहां का बेहतरीन एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्टर और टीचिंग फैसिलिटी भी इस स्कूल को देश के प्रमुख प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले एक मजबूत स्थिति में खड़ी करती है. यही वजह है कि देश के करोड़ों मां-बाप यहां अपने बच्चे का दाखिला कराना चाहते हैं. Jawahar Navodaya Vidyalaya आवासीय स्कूल हैं, जिनका मकसद देश के ग्रामीण इलाकों के टैलेंट को निखार कर सबके सामने लाना है.
पैरेंट्स के लिए सुनहरा मौका
अभी कुछ दिन पहले नवोदय विद्यालय में छठी क्लास में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख को भी बढ़ाया गया है. JNV Class 6 Admission के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख 15 फरवरी, 2023 तक बढ़ा दी गई है. ऐसे में जो पैरेंट्स 2023 में अपने बच्चे का दाखिला कराने से चूक गए थे वो अब जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की ऑफिशियल वेबसाइट navodaya.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
फीस समेत जानिए सब कुछ
जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को हर साल मेस के लिए 14283 से लेकर 16668 रुपये तक (अलग-अलग राज्यों में) बतौर मेस फीस देने होते हैं इसके अलावा हर महीने 353 रुपये अन्य खर्चों के लिए भी देने होंगे.ये फीस 9 महीने के लिए देनी है.
यूनिफॉर्म फीस- तटीय इलाकों वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के JNV में पढ़ने वाले स्टूडेंट के लिए यूनिफॉर्म फीस 2400 रुपये सालाना है. वहीं यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ स्थित नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म फीस के तौर पर 3000 रुपये सालाना देने होते हैं. वहीं जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के नवोदय विद्यालयों की सालाना यूनिफॉर्म फीस 3360 रुपये है.
अन्य जरूरी खर्च- जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को रोजमर्रा के टॉयलेट आइटम के लिए हर साल 1200 रुपये फीस देनी होती है. वहीं मेडिकल खर्चे के तौर पर 324 रुपये, स्टेशनरी के लिए 918 रुपये, वहीं बेडिंग यानी बिस्तर के लिए स्टूडेंट को सालाना 720 रुपये फीस देनी होती है. इसी तरह से स्कूल बैग के लिए 360 रुपये और ट्रैवल के लिए सालाना 216 रुपये फीस ली जाती है.
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