Delhi University: दिल्ली यूनिवर्सिटी में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को ऐसे किया जाएगा पास!
DU Grace Marks Schem: विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स से ग्रेस मार्क्स प्राप्त करने के अनुरोधों का मूल्यांकन करने के लिए एकेडमिक एडवाइजर, फेकल्टी मेंबर और प्रशासकों की एक समिति का गठन करेगा
DU Failed Student: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के जो स्टूडेट्स एक पेपर पास करने में असफल रहे हैं और डिग्री प्राप्त करने के सभी स्पेशल मौके खत्म कर चुके हैं, उन्हें पास होने के लिए ग्रेस मार्क्स दिए जाएंगे, यूनिवर्सिटी के एक सीनियर अधिकारी ने यह जानकारी दी है. अधिकारी ने कहा, स्टूडेंट्स को उनकी डिग्री पाने के लिए ग्रेस मार्क्स के रूप में 10 एक्स्ट्रा नंबर दिए जाएंगे और यह केवल उन लोगों के लिए लागू होगा जो अपने सभी स्पेशल मौकों का फायदा उठाने के बावजूद एक पेपर पास नहीं कर पाए हैं.
अधिकारी ने बताया, "अगर कोई स्टूडेंट एक भी पेपर में फेल हो जाने के कारण अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाया है, तो दिल्ली विश्वविद्यालय ऐसे स्टूडेंट्स को परीक्षा पास करने और डिग्री प्राप्त करने में मदद करने के लिए 10 एक्स्ट्रा नंबर देगा." अधिकारी ने बताया कि प्रावधान में वे स्टूडेंट शामिल होंगे जिनकी डिग्री 2021-22 और 2022-23 में पूरी होनी चाहिए थी और जो चार पेपर की सीमा के साथ ,सेंचुरी चांस के लिए उपस्थित हुए थे.
कार्यकारी परिषद द्वारा अप्रूव एक प्रपोजल डॉक्यूमेंट के मुताबिक, यह ग्रेजुएट (यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) प्रोग्राम में नामांकित लोगों के अलावा एम.फिल स्टूडेंट्स के लिए भी लागू होगा.
यह निर्णय उन स्टूडेंट्स को राहत देने के लिए लिया गया है, जो या तो रिमोट लर्निंग, संसाधनों तक सीमित पहुंच या स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं जैसी अप्रत्याशित चुनौतियों के कारण महामारी के दौरान परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे या उनकी डिग्री अधर में लटकी हुई थी.
विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स से ग्रेस मार्क्स प्राप्त करने के अनुरोधों का मूल्यांकन करने के लिए एकेडमिक एडवाइजर, फेकल्टी मेंबर और प्रशासकों की एक समिति का गठन करेगा. छात्रों को एकल पेपर को पास करने में असफल होने या पूरा करने के लिए अपनी अवधि बढ़ाने के लिए एक वैलिड कारण पेश करने की जरूरत होगी.