Best UG Course to Become an IAS: आईएएस ऑफिसर बनने के लिए अगर आप ग्रेजुएशन के दौरान सही कोर्स चुनते हैं, तो इससे आपकी UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आसान हो सकती है. हालांकि, यह जरूरी है कि आप अपनी रुचि और UPSC के सिलेबस को ध्यान में रखकर कोर्स का सेलेक्शन करें. कुछ ऐसे कोर्सेज हैं जो यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.


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1. पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस (Political Science & International Relations):


- यह विषय UPSC के सिलेबस के करीब है. इसमें इंडियन पॉलिटिक्स, कॉन्स्टिट्यूशन, और इंटरनेशनल रिलेशन जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक शामिल हैं, जो UPSC के जनरल स्टडीज (GS) पेपर और इंटरव्यू के लिए उपयोगी होते हैं.
- पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने से आप इस सब्जेक्ट को ऑप्शनल के रूप में भी चुन सकते हैं, जिससे आपकी तैयारी और प्रभावी हो सकती है.


2. इतिहास (History):


- इतिहास UPSC के जनरल स्टडीज के पेपर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्राचीन (Ancient), मध्यकालीन (Medieval), और आधुनिक इतिहास (Modern History) पर गहरी समझ डेवलप करने के लिए इतिहास में ग्रेजुएशन करना फायदेमंद है.
- इतिहास एक लोकप्रिय ऑप्शनल सब्जेक्ट भी है. अगर आप इसमें ग्रेजुएशन करते हैं, तो आपको परीक्षा में इस सब्जेक्ट से जुड़े प्रश्नों का सामना करने में आसानी होगी.


3. समाजशास्त्र (Sociology):


- समाजशास्त्र की पढ़ाई समाज की संरचना, सामाजिक समस्याएं, और सामाजिक बदलाव को समझने में मदद करती है. यह विषय UPSC के GS पेपर 1 और इंटरव्यू में समाज से जुड़े सवालों के लिए भी उपयोगी है.
- यह एक अच्छा ऑप्शनल सब्जेक्ट भी है, जो समझने और लिखने में अपेक्षाकृत सरल है, इसलिए इसे ग्रेजुएशन के रूप में चुनना लाभकारी हो सकता है.


4. इकोनॉमिक्स (Economics):


- भारतीय इकोनॉमिक्स UPSC के लिए एक महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है, जिसमें डेवलपिंग इशू, पॉलिसी, और इकोनॉमिक रिफॉर्म शामिल होते हैं. इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन करने से आपको इन पहलुओं पर गहरी समझ मिलेगी.
- यह सब्जेक्ट न केवल GS पेपर 3 में बल्कि इंटरव्यू में भी सहायक होता है. अगर आपकी मैथ और रीजनिंग मजबूत है, तो यह आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.


5. पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (Public Administration):


- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन UPSC के सबसे लोकप्रिय ऑप्शनल सब्जेक्ट्स में से एक है. यह सब्जेक्ट एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर, पॉलिसी, और गवर्नमेंट प्रोसेस को समझने में मदद करता है, जो कि सिविल सेवाओं के कामकाज के लिए आवश्यक है.
- इसका सिलेबस छोटा और काफी क्लियर होता है, इसलिए इसे ग्रेजुएशन के दौरान पढ़ना और बाद में UPSC में इसे ऑप्शनल बनाना फायदेमंद हो सकता है.


6. ज्योग्राफी (Geography):


- ज्योग्राफी भी UPSC के GS पेपर 1 का हिस्सा है, और इसमें ग्रेजुएशन करने से आपको ज्योग्राफी के विभिन्न पहलुओं जैसे फिजिकल, सोशल, और एनवायरनमेंटल ज्योग्राफी पर गहरी समझ मिलेगी.
- ज्योग्राफी एक स्टेबल और समझने में सरल विषय है, जो UPSC के ऑप्शनल के रूप में भी एक लोकप्रिय ऑप्शन है.


7. फिलॉसफी (Philosophy):


- फिलॉसफी एक और उपयोगी सब्जेक्ट है जो आपके आंसर लिखने की क्षमता और एनालिटिकल थिंकिंग को डेवलप करता है. इसका सिलेबस छोटा और सरल है, और यह इंटरव्यू में आपकी रीजनिंग पावर को प्रदर्शित करने में मदद कर सकता है.
- फिलॉसफी में ग्रेजुएशन करने से आप इसे ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में भी चुन सकते हैं.


ग्रेजुएशन कोर्स चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें:


- रुचि और जुनून: जिस विषय में आपकी रुचि हो, उसी में ग्रेजुएशन करना सबसे अच्छा होता है. यह आपकी पढ़ाई को अधिक संतुलित और प्रोडक्टिव बनाएगा, क्योंकि UPSC की तैयारी लंबी और कठिन होती है.


- UPSC सिलेबस के साथ मेल खाने वाले विषय: ऐसे विषय चुनें जो UPSC के सिलेबस से मेल खाते हों. इससे आपकी तैयारी के दौरान आपको दोबारा उन विषयों को पढ़ने का मौका मिलेगा और आप उन्हें बेहतर तरीके से समझ सकेंगे.


- स्मार्ट स्ट्रेटजी और टाइम मैनेजमेंट: ग्रेजुएशन के दौरान ही UPSC की तैयारी शुरू करें. रेगुलर पढ़ाई करने की योजना बनाएं और साथ ही में आंसर राइटिंग प्रैक्टिस और टेस्ट सीरीज में भाग लें.