किसे मिलती है कौन सी सुरक्षा? X, Y, Z, Z+ और SPG सिक्योरिटी में समझें अंतर
Advertisement
trendingNow12467753

किसे मिलती है कौन सी सुरक्षा? X, Y, Z, Z+ और SPG सिक्योरिटी में समझें अंतर

Security Sytem in India: भारत में कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों (VIPs) और खतरों का सामना करने वाले लोगों को सिक्योरिटी दी जाती है. हालांकि, खतरे का आकलन करने के बाद अलग-अलग कैटेगरी में ये सिक्योरिटी दी जाती है. भारत में सिक्योरिटी कवर को मुख्य रूप से X, Y, Y+, Z, Z+ और SPG कैटेगरी में डिवाइड किया गया है.

किसे मिलती है कौन सी सुरक्षा? X, Y, Z, Z+ और SPG सिक्योरिटी में समझें अंतर

Difference Between X, Y, Z, Z+ and SPG Security: भारत में सिक्योरिटी कवर उन प्रतिष्ठित लोगों को दिया जाता है, जिनका जीवन उनके काम या लोकप्रियता के कारण खतरे में हो. ऐसी असामाजिक ताकतों से उन्हें बचाने के लिए खुफिया एजेंसी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर विभिन्न प्रकार की सुरक्षा प्रदान की जाती है.

खतरों का आकलन करने के बाद सिक्योरिटी कैटेगरी के 5 ग्रुप, जिसमें इसे डिवाइड किया गया है, जैसे X, Y, Z, Z+ और SPG, इनमें से कोई एक कैटेगरी की सिक्योरिटी उस व्यक्ति को उपलब्ध कराई जाती है.

ऐसी सुरक्षा वीआईपी और वीवीआईपी, एथलीट, एंटरटेनर्स और अन्य हाई-प्रोफाइल या राजनीतिक हस्तियों को उपलब्ध है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आखिर X, Y, Z, Z+ और SPG सिक्योरिटी में क्या अंतर? अगर नहीं, तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. 

X लेवल की सिक्योरिटी:
यह भारत का 5वां महत्वपूर्ण सिक्योरिटी लेवल है, और इसके सुरक्षा कवर में दो सिक्योरिटी प्रोफेशनल शामिल होते हैं और दोनों ही सशस्त्र पुलिस अधिकारी होते हैं.

इस लेवल की सिक्योरिटी देश भर में कई लोगों को एक ही पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा भी प्रदान की जाती है.

Y लेवल की सिक्योरिटी:
यह भारत का चौथा सिक्योरिटी लेवल है, और सुरक्षा कवर में 11 लोग शामिल है, जिसमें 1-2 NSG कमांडो और बाकी पुलिस कर्मी होते हैं.

इसमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) भी शामिल हैं. भारत में कई लोग सिक्योरिटी की इस कैटेगरी में आते हैं.

Z लेवल की सिक्योरिटी:
इस सुरक्षा कवर में 22 सदस्यों की टीम शामिल है, जिसमें 4-5 NSG कमांडो और बाकी पुलिस कर्मी होते हैं, और यह भारत की तीसरी सबसे हाई लेवल सिक्योरिटी कैटेगरी है.

इसमें दिल्ली पुलिस, इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) और सीआरपीएफ (CRPF) के सदस्यों को शामिल किया जाता है. साथ ही एक एस्कॉर्ट कार भी दी जाती है.

Z+ लेवल की सिक्योरिटी:
यह भारत में सिक्योरिटी का दूसरा सबसे बड़ा लेवल है. यह सुरक्षा कवरेज 55 लोग शामिल है, जिसमें 10+ NSG कमांडो और बाकी पुलिस अधिकारी शामिल हैं.

हर एक कमांडो को एक्सपर्ट मार्शल आर्ट और अनआर्मड कॉम्बेट ट्रेनिंग प्राप्त होती है.

यह सिक्योरिटी सेंटल होम मिनिस्टर अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सेंटल फाइनेंस मिनिस्टर समेत कई अन्य लोगों को दी गई है.

SPG लेवल की सिक्योरिटी:
भारत के प्रधानमंत्री, भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों को दुनिया भर में हर जगह इस लेवल की सिक्योरिटी प्रदान की जाती है, क्योंकि यह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है.

SPG सुरक्षा के तहत प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए सैकड़ों स्पेशल ट्रेंड कमांडो तैनात होते हैं. इन कमांडो को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है और यह पूरी तरह से लेटेस्ट हथियारों और टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं.

इस सिक्योरिटी कवर में बुलेटप्रूफ वाहन, जैमर, सर्विलांस इक्विपमेंट और सिक्योरिटी सर्कल शामिल होते हैं. प्रधानमंत्री की यात्रा और उनके आस-पास की सुरक्षा व्यवस्था SPG के कंट्रोल में होती है. यह सिक्योरिटी फोर्स प्रधानमंत्री के आवास से लेकर हर सार्वजनिक और निजी कार्यक्रमों तक उनके साथ रहती है.

Trending news