नई दिल्ली: बिहार में साल 2016 से ही शराब की बिक्री बंद है, लेकिन किसी ना किसी अवैध तरीके से बिहार में शराब पहुंच ही जाती है. पुलिस की कार्रवाई का बिहार में कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. इसलिए आम तो छोडिए स्कूल के हेडमास्टर और टीचर भी लगातार इसका सेवन कर रहे हैं. आलम ऐसा है कि हेडमास्टर और टीचर ना केवल शराब पी रहे हैं, बल्कि शराब पी कर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने भी आ रहे हैं.


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दरअसल, बिहार के खगड़िया के अलौली प्रखंड में स्थित प्राथमिक विद्यालय, बहादुरपुर में दो शिक्षकों को स्कूल में शराब पीते हुए गांव वालो ने रंगे हाथ पकड़ लिया. इसके बाद बहादुरपुर थाना को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस भी स्कूल पहूंच गई. पुलिस के पहुंचने के बाद दोनो शिक्षकों की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई, जिसमें दोनो के शराब पीने की पुष्टी हुई और फिर दोनो शिक्षकों को पुलिस हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर ले गई.


इसके अलावा शिक्षकों के पास से शराब की बोतल भी बरामद हुई. इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ पूरे स्कूल परिसर में जमा रही. ग्रामीणों ने अपने मोबाइल में दोनो शिक्षकों का पुरा वीडीओ बनाकर वायरल कर दिया. जब पुलिस दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तब गांव वाले शिक्षकों से पूछते नजर आए की आपके हाथ में हथकड़ी लगी है, तो आपको कैसा महसूस हो रहा है? इतना ही नहीं गांव वाले यह भी कहते हुए नजर आ रहे है की आपके कंधे पर बच्चों के भविष्य बनाने की जिम्मेदारी है और आप स्कूल में बैठकर शराब पी रहे हैं. बताते चले की दोनों शिक्षक प्रमोद पासवान और धीरज केसरी को गांव वालों ने रंगे हाथ स्कूल में शराब पीते हुए धराने के बाद पुलिस को सूचना दी और उन्हें गिरफ्तार करवाया.


वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि बिहार मे बहार है, दरवाजे तक पहुंचायी जा रही शराब है. जी हां, नीतीश कुमार है. इसके अलावा एक और यूजर ने लिखा कि जहां के नेता मंदिर जाने के लिए मना करते हैं, उसी शराबबंदी वाले राज्य में हेड मास्टर सुबह-सुबह शराब पीकर आते हैं, इसी को बिहार मॉडल कहते हैं.