Avinash Tiwari Education: `लैला` के `मजनू` स्कूल से खूब मारते थे बंक, जानिए कितने पढ़े-लिखे हैं एक्टर अविनाश तिवारी
Avinash Tiwari: अविनाश तिवारी आज बॉलीवुड के एक सफल अभिनेता हैं, जिन्होंने अपनी फिल्मों और अभिनय के माध्यम से लोगों का दिल जीता है. हालांकि, उनका यह सफर स्कूल की शरारतों से लेकर बड़े मंचों तक की लंबी यात्रा रही है.
Avinash Tiwari Education: बॉलीवुड के अभिनेता अविनाश तिवारी की कहानी सिर्फ उनकी फिल्मों तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी स्कूल लाइफ और शिक्षा का सफर भी बहुत दिलचस्प है. अभिनय के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले अविनाश तिवारी ने कभी स्कूल में भी बंक मारी थीं और क्रिकेट, नाटक, डांस जैसे शरारतों में समय बिताया. हालांकि, उनका स्कूल और शिक्षा का अनुभव आज भी उनके जीवन का अहम हिस्सा है और उनकी सफलता में स्कूल के समय की कुछ यादें और शिक्षा की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है. जानिए कितने पढ़े-लिखें हैं एक्टर अविनाश तिवारी...
स्कूल के समय की शरारतें
अविनाश तिवारी ने अपने स्कूल के दिनों में बंक मारने की आदत के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि वह अक्सर माटुंगा जिमखाना में क्रिकेट की कोचिंग ले रहे बच्चों को देख कर अपने सपनों की दुनिया में खो जाते थे. गार्डन में घूमना और नए-नए ख्वाब देखना उनकी आदत थी. लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि स्कूल के इन अनुभवों ने उन्हें एक मजबूत दोस्ती का समूह दिया, जो आज भी उनके जीवन का हिस्सा है.
स्कूल से जुड़े रिश्ते आज भी मजबूत
अविनाश का मानना है कि स्कूल का समय उनके जीवन का एक अहम हिस्सा है, और आज भी उनके करीबी दोस्त वही हैं, जो स्कूल के समय से थे. उन्होंने यह भी कहा कि उनका स्कूल वापस जाने का कोई इरादा नहीं है, क्योंकि वह अभी भी अपने पुराने दोस्तों के संपर्क में हैं और व्हाट्सएप पर उनसे जुड़े रहते हैं. स्कूल के साथ उनके रिश्ते और दोस्ती आज भी मजबूत हैं.
स्कूल से मिली जीवन की अहम सीख
अविनाश तिवारी ने अपने स्कूल, दादर पारसी यूथ्स असेंबली हाई स्कूल के बारे में बात की और बताया कि वहां से उन्हें कई महत्वपूर्ण बातें सीखने को मिलीं. स्कूल में क्रिकेट खेलना, नाटक करना, डांस करना और दोस्तों के साथ मिलकर जश्न मनाना, इन सारी एक्टिविटिज ने उन्हें जीवन के कुछ अहम सबक दिए.
स्कूल के एनुअल फंक्शन में सम्मान
हाल ही में अविनाश तिवारी अपने स्कूल के एनुअल फंक्शन पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. इस अवसर पर उन्होंने महसूस किया कि वह किसी बड़े मंच पर पहुंचने के बावजूद कभी भी उतना नर्वस नहीं हुए, जितना वह इस फंक्शन में महसूस कर रहे थे. यह घटना उनके स्कूल से जुड़ी यादों को ताजा कर दी और यह अहसास हुआ कि स्कूल का समय जीवन में कितना महत्वपूर्ण होता है.
अविनाश तिवारी का फिल्मी सफर
अविनाश तिवारी ने अभिनय के क्षेत्र में अपनी यात्रा की शुरुआत 2005 से की थी, जब उन्होंने लघु फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया था. बाद में उन्होंने बैरी जॉन के अभिनय स्टूडियो से अभिनय की ट्रेनिंग ली और फिर न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी गए. अभिनय में अपने प्रयासों के बाद उन्होंने 'सिकंदर का मुकद्दर' और 'मडगांव एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों में अभिनय किया, और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.
शिक्षा और करियर में संघर्ष
अविनाश तिवारी ने अपने स्कूल के दिनों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की थी, लेकिन अभिनय के प्रति अपने जुनून को देखते हुए उन्होंने चौथे सेमेस्टर के बाद अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी और थिएटर में कदम रखा. उनकी यह यात्रा एक स्पष्ट संदेश देती है कि सही समय पर अपने जुनून का पीछा करना और सही दिशा में कदम बढ़ाना, सफलता की चाबी हो सकता है. उनकी सफलता में न केवल उनके अभिनय की भूमिका है, बल्कि उनके स्कूल से मिली सीख और जीवन की महत्वपूर्ण बातें भी शामिल हैं.
(इनपुट- आईएएनएस)